Move to Jagran APP

कार्निया ट्रांसप्लांट से वापस लाई जा सकी है आंख की ज्योति

जागरण संवाददाता, अबोहर नेत्रदान को लेकर मनाए जा रहे पाक्षिक कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को

By JagranEdited By: Published: Fri, 08 Sep 2017 04:31 PM (IST)Updated: Fri, 08 Sep 2017 04:31 PM (IST)
कार्निया ट्रांसप्लांट से वापस लाई जा सकी है आंख की ज्योति
कार्निया ट्रांसप्लांट से वापस लाई जा सकी है आंख की ज्योति

जागरण संवाददाता, अबोहर

loksabha election banner

नेत्रदान को लेकर मनाए जा रहे पाक्षिक कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को सीनियर सेकेंडरी स्कूल में सेमिनार का आयोजन किया गया, जिसमें जिला मास मीडिया अधिकारी अनिल धामू, सिविल अस्पताल अबोहर से टहल ¨सह व भारत भूष्ण शामिल हुए। अनिल धामू ने कहा कि भारत में लगभग डेढ़ करोड़ के लगभग ऐसे लोग हैं जो देख नहीं सकते। इनमें से बहुत से ऐसे हैं जिनमें कार्निया ट्रांसप्लांट करके उनकी ज्योति को वापस लाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कार्निया न तो किसी फैक्ट्री में बन सकती है और न ही कोई अन्य तरीका है। यह केवल मरणोपरांत नेत्रदान से ही संभव है। इसलिए हम सभी को प्रण लेना चाहिए कि मरने के बाद नेत्रदान कर नेत्रहीनों की आंखें रोशन करेंगें। इससे हम लाखों नेत्रहीनों की अंधेरी ¨जदगी में उजाला ला सकते हैं। इस अवसर पर ¨प्रसिपल कश्मीरी लाल, परमजीत ¨सह आदि मौजूद थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.