Move to Jagran APP

पांच महीने से वेतन नहीं, सफाई सेवक हड़ताल पर

पिछले पांच महीनों से वेतन न मिलने के कारण जहां नगर कौँसिल के सफाई सेवक आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं व इसके रोष स्वरूप 17 दिन से हड़ताल पर चल रहे हैं वहीं सफाई कर्मियों की हड़ताल के कारण गलियों व बाजारों में भी सफाई व्यवस्था ठप होकर रह गई है जिस कारण कई बाजारों व गलियों में कई जगहों पर कूड़े के ढेर जमा हो गए हैं जिस कारण वहां बीमारियां फैलने की आशंका पैदा हो गई है। प्रशासनिक अधिकारी व नेता इसका हल चाहते हुए भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 31 Aug 2019 11:37 PM (IST)Updated: Sun, 01 Sep 2019 06:36 AM (IST)
पांच महीने से वेतन नहीं, सफाई सेवक हड़ताल पर

राज नरूला, अबोहर : पिछले पांच महीनों से वेतन न मिलने के कारण जहां नगर कौँसिल के सफाई सेवक आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं व इसके रोष स्वरूप 17 दिन से हड़ताल पर चल रहे हैं वहीं सफाई कर्मियों की हड़ताल के कारण गलियों व बाजारों में भी सफाई व्यवस्था ठप होकर रह गई है जिस कारण कई बाजारों व गलियों में कई जगहों पर कूड़े के ढेर जमा हो गए हैं जिस कारण वहां बीमारियां फैलने की आशंका पैदा हो गई है। प्रशासनिक अधिकारी व नेता इसका हल चाहते हुए भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं। सफाई सेवकों व शहर निवासियों दोनों के लिए यह समस्या गंभीर बनती जा रही है।

loksabha election banner

सफाई कर्मियों की हड़ताल के कारण नगर कौंसिल के बाहर व रेलवे स्टेशन रोड पर गंदगी का ढेर लगा हुआ है व वहां सीवरेज भी बंद है जिस का गंदा पानी दूषित होकर सड़क पर बह रहा है लेकिन जहां यहां से गुजरने वाले यात्री व लोग इस गंदगी से गुजरने को मजबूर हैं वहीं गंदगी के ढेर व दूषित पानी के उपर ही फलों की रेहड़ी वाले रेहड़ी लगाकर फल फ्रूट बेच रहे हैं जिससे लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ होने की आशंका है लेकिन यह सब कुछ देखते व जानते हुए स्वास्थ्य विभाग भी आंखे मूंदे बैठा है। इतना ही नहीं घंटा घर के बाहर ही सीवरेज जाम के कारण करीब दर्जन भर दुकानों के आगे दूषित पानी जमा है जिसका संताप दुकानदार लंबे समय से झेल रहे है। लेकिन इसका हल भी नहीं हो पा रहा दुकानदार मिट्टी डालकर पानी रोकने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन इसके बावजूद इसका हल नहीं हो पा रहा। इतना ही नहीं आर्य नगर स्थित महात्मा गांधी स्कूल के बाहर गंदगी के ढेर पिछले कई दिनों से लगा है जिस कारण स्कूल स्टाफ व विद्यार्थियों को परेशानी से दो चार होना पड़ रहा है व यहां से गुजरने वाले लोग भी इस गंदगी के ढेर के उपर से गुजरने को भी मजबूर हैँ। इसके अलावा जैन नगरी मार्ग पर हनुमानगढ़ रोड पर भी गंदगी का ढेर लगा पड़ा है जहां से रोजाना लोग गुजरते हैं व उसके आसपास अनेकों खाने पीने की दुकानें भी है। सुनील सिनेमा के निकट पुरानी मार्केट कमेटी वाली जगह भी गंदगी से भरी पड़ी है व उसके आसपास भी जहां कई खाने पीने की स्टाले लग रही है व उसके बाहर रोजाना सब्जी मंडी भी लग रही है जिससे मिशन पंजाब तंदरुस्त को धक्का लग रहा है। इसके अलावा भी बाजारों व गलियों में सफाई का काम पिछले कई दिनों से ठप पड़ा है जिस कारण दुकानदारों व लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों ने एक दो बार सफाई कर्मियों को मनाने का प्रयास किया लेकिन वह सफल नहीं हो पाए। इधर इस बाबत सैनेटरी इंस्पेक्टर इकबाल सिंह से बात करने पर उन्होंने बताया कि नगर कौंसिल में 153 पक्के सफाई कर्मी तैनात हैु जबकि 66 कर्मी कच्चे हैु। जहां पक्के कर्मियों की डयूटी वहां काम नहीं हो रहा जहां कच्चे कर्मी तैनात है व सफाई का काम चल रहा है इसके अलावा ट्रालियों से भी कूड़ा चुकावाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मी वेतन की मांग पर अड़े हुए हैं व इसका हल तो अधिकारी ही कर सकते हैं।

----

हड़ताल करना हमारी मजबूरी

उधर, सफाई कर्मियों का कहना है कि उनका पांच महीने का वेतन बकाया है व लगातार पांच महीने का वेतन न मिलने से उनका गुजारा चलना मुश्किल हो रहा है जिस कारण उन्हें हड़ताल करने जैसा कदम उठाना पडा है लेकिन दुख की बात है कि न तो प्रशासन व न ही नेता उनकी सुध ले रहे हैं। जिस कारण यह मामला लटकता जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर समस्या का हल नहीं निकला तो संघर्ष को तेज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि लोगों को हो रही परेशानी के लिए वह भी जानते है पर वह हड़ताल करने को मजबूर हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.