परिवार ने रोका था न जाओ कश्मीर, वहां माहौल ठीक नहीं है
अबोहर दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के शोपियां क्षेत्र में सेब खरीदने पहुंचे अबोहर के दो व्यापारियों पर करीब आठ आतंकवादियों ने गोलियां बरसाई।
प्रवीण कथूरिया, अबोहर : दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के शोपियां क्षेत्र में सेब खरीदने पहुंचे अबोहर के दो व्यापारियों पर करीब आठ आतंकवादियों ने गोलियां बरसाई। इसमें एक व्यापारी चरणजीत उर्फ चन्नी पोपली की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि संजीव उर्फ संजू गंभीर घायल हो गया। उसे तीन गोलियां लगी और उसका अस्पताल में ऑपरेशन हुआ है। इधर, इस घटना के बाद शहर के व्यापारियों में शोक की लहर लहर दौड़ गई। सुबह प्रशासनिक अधिकारी के आदेशों पर नायब तहसीलदार ने मृतक व्यापारी के घर जाकर दुख साझा किया और हर जरूरी मदद उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया।
सराभा नगर निवासी चरणजीत पोपली (40 )पुत्र हंसराज के भाई राकेश ने बताया कि चरणजीत का आठ वर्ष का एक बेटा है और वह सेब व्यापारियों के पास काफी समय से काम कर रहा है। चरणजीत करीब 13 दिन पहले व्यापारी सुरेंद्र चराया के भतीजे 23 वर्षीय संजीव उर्फ संजू पुत्र जसपाल चराया के साथ जम्मू-कश्मीर गया था। परिवार ने उसे रोका भी था कि कश्मीर न जाओ, वहां माहौल ठीक नहीं है। राकेश ने बताया कि दो दिन पूर्व जब उन्होंने उनको फोन किया तो उन्होंने वहां पर माहौल सही होने की बात कही थी, लेकिन बुधवार देर शाम उन्हें सूचना मिली कि जब वे वहां के कमिशन एजेंट के पास सेब लोड करवा रहे थे। तो वहां पर बैठे दो अज्ञात युवकों ने उक्त परवेज नामक कमिशन एजेंट से मारपीट शुरू कर दी और बाद में चरणजीत व संजय को थोड़ी दूर ले गए। वहां पर पहले से मौजूद उनके आधा दर्जन साथियों सहित कुल आठ लोगों ने दोनों पर फायरिग कर दी। इससे चरणजीत की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि संजय के एक हाथ-पांव और छाती में तीन गोलियां लगने के कारण गंभीर हालत में वहां की पुलिस और लोगों ने अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां देर रात्रि उसका ऑपरेशन किया गया। संजीव की हालत भी गंभीर बताई जा रही है। संजय उर्फ संजू अपने पिता जसपाल चराया के बीमार रहने के कारण पिछले कुछ समय से अपने चाचा सुरेंद्र चराया के साथ मिलकर व्यापार कर रहा है।
परिवार का रो-रोकर बुरा हाल
उधर, मृतक चरणजीत की पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा था, क्योंकि करवाचौथ की पूर्व संध्या पर उसको सुहाग उजड़ने की खबर जो पहुंच गई थी। चरणजीत सिंह करीब 15 सालों से व्यापार के लिए जम्मू-कश्मीर जा रहे हैं। चरणजीत की मौत की खबर से परिवार का बुरा हाल है। चरणजीत का करीब आठ साल का बेटा भी है। मृतक के परिवार को हर मदद का दिया प्रशासन ने आश्वासन
वीरवार सुबह नायब तहसीलदार बलजिदर सिंह दोनों परिवारों के घर जानकारी हासिल करने के लिए पहुंचे। उन्होंने मृतक चरणजीत के परिवार से दुख प्रकट किया। उन्होंने कहा कि दोनों ही परिवारों जानकारी की रिपोर्ट बनाकर सरकार को भेंजेंगे, ताकि अधिक से अधिक सहायता उन्हें दिलवाई जा सके। कैसे पंजाब के व्यापारी वहां जाकर व्यापार नहीं कर पाएगा
किन्नू मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान अतिंद्रपाल तिन्ना, महासचिव इंद्र शर्मा और सुशील कुमार ने घटना पर रोष जताया है। उन्होंने कहा कि सरकार सभी व्यापारियों व ट्रक वालों को कश्मीर से सुरक्षित बाहर निकलने की गारंटी दे, अन्यथा वे संघर्ष और विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद कहा था कि वहां पर माहौल अब बिल्कुल शांतिपूर्ण है। सुरक्षा के लिए कडे़ सुरक्षा प्रबंध किए हैं, अगर यह हाल रहा तो पंजाब का कोई भी व्यापारी वहां जाकर व्यापार नहीं कर पाएगा।