विस चुनाव में टिकट न मिलने पर कांग्रेस छोड़ गए राजौरा वापस लौटे
अबोहर 2012 में बल्लुआना विस हलके से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव हारने वाले गिरी राज राजौरा फिर से कांग्रेस में लौट आए हैं। 2012 में हार के बाद कांग्रेस ने राजौरा को 2017 के चुनाव में टिकट नहीं दी तो राजौरा आम आदमी पार्टी में चले गए थे।
जागरण संवाददाता, अबोहर : 2012 में बल्लुआना विस हलके से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव हारने वाले गिरी राज राजौरा फिर से कांग्रेस में लौट आए हैं। 2012 में हार के बाद कांग्रेस ने राजौरा को 2017 के चुनाव में टिकट नहीं दी तो राजौरा आम आदमी पार्टी में चले गए थे। आप से टिकट लेकर उन्होंने प्रचार शुरू ही किया था कि वहां भी उनका विरोध शुरू हो गया तो पार्टी ने प्रत्याशी बदल दिया। तिलमिलाए राजौरा तब जगमीत बराड़ से तृणमूल कांग्रेस की टिकट ले आए। अब दो साल बाद वह फिर से कांग्रेस में लौट आए हैं।
कैबिनेट मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी और गिरिराज राजौरा की दिल्ली के एक होटल में मुलाकात हुई और उन्हें राणा सोढी ने राजौरा को पार्टी में शामिल करते हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए काम करने को कहा। दिल्ली कांग्रेस के अनुसूचित जाति सेल के वाइस चेयरमैन किशोर राजोरा, क्रेडिट रेटिग कंपनी के सीआरओ बसंत कुमार बजाज, एडवोकेट एमडी जांगड़ा व लोकेश मोहन कक्कड़ मौजूद थे।
कैप्टन जहां ड्यूटी लगाएंगे, वहां डटकर करेंगे काम : राजौरा
राजौरा ने कहा कि वे पहले भी कैप्टन अमरिदर सिंह का सम्मान करते हैं। वह अकेले फिरोजपुर सीट पर ही नहीं अलबत्ता पूरे प्रदेश की संसदीय सीटों पर पार्टी का सहयोग करेंगे। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह जहां भी उनकी ड्यूटी लगाएंगे, वह डटकर काम करेंगे। उन्होंने बल्लुआना क्षेत्र के मतदाताओं और अपने समर्थकों से कहा कि वे पार्टी में लौट आए हैं। ऐसे में वह उनके रुके हुए काम करवाने में भरपूर सहयोग करेंगे। अब उनकी उम्मीदों को वे पूरा करेंगे और पार्टी का जनाधार मजबूत करने में वर्कर और मतदाता उन्हें सहयोग करें। राजौरा इन दिनों नई दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट में प्रेक्टिस कर रहे हैं। उनके पिता शिवचंद गिदड़बाहा से विधायक भी रह चुके हैं।