बीएसएफ दिन-रात सीमा पर पैनी नजर रख सुरक्षा में जुटी : डीआइजी मीना
अबोहर प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय के स्थानीय राजयोग केंद्र में शिवरात्रि पर्व मनाया गया। इसमें सीमा सुरक्षा बल के डीआईजी टीआर मीना ने मुख्य अतिथि के तौर पर भाग लिया। राजयोग केंद्र की मुख्य संचालक दीदी पुष्पलता ने मुख्य अतिथि के माथे पर तिलक लगाकर व पुष्पवर्षा के साथ उनका अभिनंदन किया। विश्व भर में अमन शांति की कामना के साथ श्रद्धालुओं ने प्रार्थना करते हुए शिव बाबा का पवित्र ध्वज फहराया तथा शिव संदेश से अंकित गुब्बारे हवा में छोड़े। महक ने संगीतमयी नृत्य से सभी का स्वागत किया।
जागरण संवाददाता, अबोहर : प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय के स्थानीय राजयोग केंद्र में शिवरात्रि पर्व मनाया गया। इसमें सीमा सुरक्षा बल के डीआईजी टीआर मीना ने मुख्य अतिथि के तौर पर भाग लिया। राजयोग केंद्र की मुख्य संचालक दीदी पुष्पलता ने मुख्य अतिथि के माथे पर तिलक लगाकर व पुष्पवर्षा के साथ उनका अभिनंदन किया। विश्व भर में अमन शांति की कामना के साथ श्रद्धालुओं ने प्रार्थना करते हुए शिव बाबा का पवित्र ध्वज फहराया तथा शिव संदेश से अंकित गुब्बारे हवा में छोड़े। महक ने संगीतमयी नृत्य से सभी का स्वागत किया। जिला कांग्रेस के पूर्व प्रधान विमल ठठई, पूर्व जिला भाजपा प्रधान सीताराम शर्मा, रिटायर्ड आयकर अधिकारी बलराम सिगला, डॉ. जसवंत सिंह, डॉ. संजय गुप्ता, डॉ. ऋतु गुप्ता, डॉ. आकाश खुराना, डॉ. कंचन खुराना, एडवोकेट रमेश शर्मा, शकुंतला सोनी, शिक्षाविद मोहन लाल कुदाल, पाल सभा के महासचिव दविंद्र पाल सहित अनेक लोग उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि टीआर मीना डीआइजी सेक्टर हेडक्वाटर अबोहर सहित मंचासीन अन्य अतिथियों ने दीप प्रजज्वलित करके कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया। ईश्वरीय सौगात भेंट कर के मीना को सम्मानित किया गया। लेखक परिषद के प्रधान राज सदोष ने कहा कि 85 वर्ष पहले हीरों के प्रख्यात व्यापारी दादा लेखराज कृपलानी ने हैदराबाद सिंध में ओम मण्डली के नाम से जो पौधा रोपित किया था वह अब वट वृक्ष का रूप धारण कर चुका है। डीआइजी मीना ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर दिन रात पैनी निगाह रखकर शांति स्थापित करने में जुटा हुआ है। इस लक्ष्य को लेकर ब्रह्मकुमारीज संस्था ओम शांति के उच्चारण के साथ सर्वत्र शांति एवम सदभाव का वातावरण कायम करने में आठ हजार शाखाओं और दो दर्जन से अधिक प्रकोष्ठों के माध्यम से यत्नशील है। सुख स्मृद्धि व विकास के लिए शांति महत्वपूर्ण सूत्र है। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों ने मेरा बाबा आ गया गीत पर ओम ध्वज लहराकर सहयोग की मोहर लगाई।