दो दिन-रात भूखे रह दस हजार रुपये देकर बिहार से अबोहर पहुंचे 43 लोग
जिला हाजीपुर में फंसे अबोहर के 43 लोगों को शनिवार को अबोहर लाया गया जिन्हें सीतो रोड स्थित अजंप्शन कान्वेंट स्कूल में क्वारंटाइन किया गया है और सोमवार को इनके सैंपल लिए गए। इन 43 लोगों में 18 पुरुष व 25 महिलाएं हैं।
प्रवीण कथूरिया, अबोहर : एक ओर सरकार के आदेशों पर पंजाब से मजदूरों को यूपी, बिहार उनके घरों में भेजा जा रहा है वहीं लॉकडाउन के दौरान बिहार के जिला हाजीपुर में फंसे अबोहर के 43 लोगों को शनिवार को अबोहर लाया गया, जिन्हें सीतो रोड स्थित अजंप्शन कान्वेंट स्कूल में क्वारंटाइन किया गया है और सोमवार को इनके सैंपल लिए गए। इन 43 लोगों में 18 पुरुष व 25 महिलाएं हैं।
बिहार से आए इन लोगों ने बताया कि वे अपने खर्च पर बिहार से मोगा पहुंचे और मोगा से प्रशासन ने उन्हें निश्शुल्क अबोहर पहुंचाया। बिहार से आए यह सभी लोग अबोहर की जोहड़ी मंदिर इलाके के बाशिदे हैं और यह बिहार में कपड़ा आदि बेचने का कार्य करते थे। मार्च महीने में लॉकडाउन होने के कारण वहीं फंसे रहे। शनिवार को इन्हें बिहार से एक विशेष बस में मोगा तक लाया गया। इन लोगों ने बताया कि हर एक ने किराया के रूप में 250 रुपये, कुल दस हजार रुपये बस वाले को अदा किए। बस मोगा तक आई और वहां से मोगा प्रशासन ने इन्हें अबोहर निश्शुल्क पहुंचाया। शनिवार को अबोहर पहुंचने पर सीधे इन्हें अजंप्शन कान्वेंट स्कूल में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में ही ले गए। सोमवार को इन सभी के रक्त के नमूने लेकर फरीदकोट लैब में भेजे गए हैं। एसएमओ डॉ. गगनदीप सिंह के निर्देशों पर नोडल अफसर डॉ. अंकुर चौधरी व डा. स्वपनिल के नेतृत्व में लैब टेक्नीशियन सागर वर्मा व नरेश कुमार, एमपीएचडब्लयू संजय कुमार द्वारा इनके सैंपल लिए गए। इसके अलावा तीन अन्य लोगों के सैंपल भी जांच के लिए भेजे गए हैं। दो दिन बाद मोगा के अजितवाल में खाया खाना
बिहार से आए लोगों ने बताया कि उन्हें अबोहर पहुंचने में दो दिन और दो रातें लगीं। रास्ते में उन्हें कुछ भी खाने के लिए नहीं दिया गया। वे भूखे ही रहे। मोगा के अजितवाल में उन्हें खाना खाया व चाय पी। उन्होंने कहा कि उनसे 10 हजार रुपये भी किराये के रूप में लिए गए।