फाजिल्का में मिले कोरोना के 108 नए केस
फाजिल्का जिले में रोजाना बढ़ रहा कोरोना का आंकड़ा थम नहीं रहा।
संवाद सूत्र, फाजिल्का : फाजिल्का जिले में रोजाना बढ़ रहा कोरोना का आंकड़ा थम नहीं रहा। पहले रोजाना 50 के करीब नए मामले सामने आ रहे थे, लेकिन सोमवार कोरोना के नए मामलों ने शतक लगाया है और पिछले 24 घंटों में 108 के करीब नए मामले सामने आए हैं। जिससे कोरोना एक्टिव केसों का आंकड़ा बढ़कर 450 के पार हो गया है।
सेहत विभाग ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान जिले में कोविड के 108 नए मामले सामने आए हैं। इसी तरह अब तक जिले में कुल 20852 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुके है, जबकि इस समय 477 एक्टिव केस जिले में हैं। फाजिल्का जिले में अब तक 19843 लोगों ने कोविड के खिलाफ जंग जीतकर सेहतमंद हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि समय पर जांच करवा ली जाए और बीमारी का पता लग जाए, तो जल्द से जल्द बीमारी को हराया जा सकता है।
अबोहर में मिले कोरोना के 17 केस संवाद सहयोगी, अबोहर : लोगों की लापरवाही के कारण कोरोना एक बार फिर पैर पसारने लगा है। अबोहर में जहां शनिवार को कोरोना के 45 केस पाजिटिव पाए गए थे, वहीं सोमवार को 17 केस पाजिटिव पाए गए, जिससे एक्टिव केस 150 के पार हो चुके हैं ।
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सैंपलिग की रफ्तार बढ़ा दी है। सैंपलिग के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एक मोबाइल टीम गठित की है जो अलग अलग बाजारों के अलावा रेलवे स्टेशन व बस स्टेंड पर सैंपल ले रही है। मोबाइल टीम की डा. परमिदर कौर व महेंद्र कुमार ने बताया कि सोमवार को रेलवे रोड व रेलवे स्टेशन पर 63 के करीब रेपिड सैंपल लिए गए, जिसमें से आठ लोग पाजिटिव पाए गए। उन्होंने बताया कि जो लोग बिना मास्क के बाजारों में घूमते है उनकी सैंपलिग ज्यादा की जाएगी ताकि कोरोना को बढ़ने से रोका जा सके। इसके अलावा सरकारी अस्पताल में 62 सैंपल लिए गए, जिनमें से नौ लोग पाजिटिव पाए गए। सुदेश अस्पताल के डा. विवेक छाबड़ा ने बताया कि कोरोना के काफी केस सामने आ रहे है व इसका कारण ठंड को भी कहा जा सकता है ।उन्होंने कहा कि लोगों को कोरोना नियमों का पालन करना जरुरी हो गया है । उन्होंने कहा कि मास्क लगाना कोरोना से सबसे बड़ा उपाय है। सभी मरीजों की हालत नार्मल
सरकारी अस्पताल के एसएमओ डा गगनदीप सिंह ने कहा कि कोरोना के मामले में तो बढ़ रहे है लेकिन राहत की बात यह है कि सभी केस नार्मल ही हैं, जिन्हें बुखार व खांसी जुखाम वगैरह ही है।