मरीजों की बजाय झोलाछाप डॉक्टरों तक पहुंच रही ईएसआई की दवा, वीडियो आई सामने
मंडी गोबिदगढ़ (फतेहगढ़ साहिब) प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जो दवाइयां सिविल अस्पतालों में आने वाले मरीजों के लिए भेजी जाती हैं
धरमिदर सिंह, मंडी गोबिदगढ़ (फतेहगढ़ साहिब)
प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जो दवाइयां सिविल अस्पतालों में आने वाले मरीजों के लिए भेजी जाती हैं, उन दवाओं को मरीजों को देने की बजाय झोलाछाप डॉक्टरों तक पहुंचाने का गोरखधंधा किया जा रहा है। इस गोरखधंधा का पर्दाफाश करती एक वीडियो लोहा नगरी के ईएसआइ अस्पताल से सामने आई है। वीडियो में एक व्यक्ति मोटरसाइकिल पर दवा के डिब्बे को रखकर अस्पताल से ले जा रहा है। यह कारनामा भी छुट्टी वाले दिन किया जाता रहा। ऐसा सात महीनों से स्टोर कीपर अपने साथियों संग मिलकर करता आ रहा था। इसकी पोल ईएसआइ में साइकिल स्टैंड पर काम करते एक कारिदे ने खोली। इस गोरखधंधे में दो डाक्टरों के नाम भी उछले हैं, जो स्टोर कीपर को सह देते आ रहे थे। एक बार तो यह मामला स्थानीय पुलिस के पास भी पहुंच गया था, लेकिन वहां पर अपनी पहुंच के चलते स्टोर कीपर और उसके दो साथी बच निकले थे। अब वीडियो सामने आने के बाद गोरखधंधे की परतें दर परतें खुल रही हैं। वीडियो के पर्दाफाश करने वाले ने बताया कि वह ईएसआइ में साइकिल स्टैंड ठेकेदार के पास काम करता है। सात महीनों से देख रहा था कि ज्यादातर शनिवार को स्टोर कीपर के पास एक नगर कौंसिल कर्मी व एक अन्य व्यक्ति आते थे, जो स्टोर से दवाओं से डिब्बे लेकर जाते थे। एक दिन उसने अपने साथी की मदद से ईएसआइ से दवाएं ले जाते समय व्यक्ति की वीडियो बना ली थी। इस वीडियो को अगले दिन एक डॉक्टर को दिखाया था, तो डाक्टर ने स्टोर कीपर को बता दिया था। जिसके बाद उसे काम से हटा दिया गया था। इस उपरांत उसने ईएसआइ की एसएमओ डॉ. अविनाश कौर को इसकी जानकारी देने के बाद एक दिन स्टोर कीपर व उसके दो साथियों को रंगेहाथ भी पकड़ाया था। एसएमओ ने पुलिस को मौके पर बुलाकर इन्हें थाने भेज दिया था। बाद में इन पर कोई कार्रवाई न होने के चलते वे वापस आ गए थे। उक्त व्यक्ति ने पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री से मांग की है कि ईएसआइ में दवा का गबन बड़े पैमाने पर किया गया है। इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। ग्रामीण इलाकों में खोलकर बेचते हैं दवाएं
सूत्रों के अनुसार ईएसआइ से दवा झोलाछाप डॉक्टरों को मुहैया कराने के बाद डॉक्टर इन्हें अपने धंधे में प्रयोग करते हैं। इन दवाओं को खोलकर ग्रामीण इलाकों में मरीजों को बेचा जाता है। इसके अलावा दवा कुछ आशा वर्करों को दिए जाने की आशंका भी जताई गई है। लिप ने दी धरने की चेतावनी
इस मामले में लोक इंसाफ पार्टी ने स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों को डॉक्टरों, स्टोर कीपर व उसके दो साथियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। गोरखधंधे का गहराई तक पता लगाने की मांग की है। उचित कार्रवाई न होने की सूरत में ईएसआइ बाहर धरने की चेतावनी दी गई। फतेहगढ़ साहिब से संसदीय चुनाव लड़ चुके इंजीनियर मनविदर सिंह ग्यासपुरा ने कहा कि गोरखधंधे में डॉक्टरों की शिरकत साफ तौर पर सामने आई है। उनकी मिलीभगत के बगैर यह संभव नहीं है। उच्चाधिकारियों को लिखा है : एसएमओ
ईएसआइ की एसएमओ डॉ. अविनाश कौर ने कहा कि इस पूरे मामले से उच्चाधिकारियों को लिखित में अवगत करवाया हुआ है और इसकी हर पहलु पर जांच की जा रही है। जो भी कसूरवार होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।