ट्रेड यूनियनों ने केंद्र सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
सरहिद केंद्रीय ट्रेड यूनियन की कॉल पर केंद्र सरकार की मुलाजिम विरोधी नीतियों और कोरोना महामारी की आड़ में लंबे समय से बने श्रम कानूनों को बदलने का विरोध किया गया।
संवाद सहयोगी, सरहिद : केंद्रीय ट्रेड यूनियन की कॉल पर केंद्र सरकार की मुलाजिम विरोधी नीतियों और कोरोना महामारी की आड़ में लंबे समय से बने श्रम कानूनों को बदलने का विरोध किया गया। इसके अलावा देश की 80 फीसद आबादी को भूखमरी की तरफ धकेलने के विरोध में जिला हेड क्वार्टर पर विभिन्न ट्रेड यूनियनों ने रोष प्रदर्शन किया। इस मौके ठाकुर सिंह, हरजीत कौर पंजोला, अवतार सिंह चीमा ने कहा कि केंद्र सरकार की तर्ज पर पंजाब सरकार भी मुलाजिमों की मांगों को अनदेखा कर रही है। जिससे मुलाजिमों का आर्थिक शोषण हो रहा है। केंद्र सरकार मजदूरों की दिहाड़ी आठ घंटे की बजाए 12 घंटे करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने मांग करते कहा कि पे कमिशन की रिपोर्ट, डीए की किश्तें, डीए की किश्तों का 23 महीने का बकाया, आंगनवाड़ी वर्करों के मानदेय में बढ़ोतरी करना, कच्चे मुलाजिमों को रेगुलर करना, आशा वर्कर, आंगनवाड़ी वर्कर, सफाई सेवक और सेहत विभाग में कच्चे मुलाजिमों को 50-50 लाख का बीमा करना, आदि मांगों को पूरा किया जाए। साथ ही कहा कि पिछले समय में दौरान मुलाजिम नेताओं पर दर्ज किए मामले रद किए जाएं। इस अवसर पर सुदर्शन सिंह, हरजीत सिंह, हरविदर सिंह रौनी, जसपाल सिंह, नवरूप कौर, चंद सिंह, हरप्रीत सिंह, बलतेज सिंह, सुखदेव सिंह आदि उपस्थित थे।