अकालियों के नहीं मिले ताल, खाली रहा पंडाल
पंजाब में शिरोमणि अकाली दल (बादल) के नेताओं के ताल बिगड़े हुए हैं।
धरमिदर सिंह. फतेहगढ़ साहिब : पंजाब में शिरोमणि अकाली दल (बादल) के नेताओं के ताल बिगड़े हुए हैं। नेताओं से आपसी ताल न मिलने का नतीजा यह रहा कि शहीदी जोड़ मेल के दौरान गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब के सामने जिस पंडाल में कभी शिअद (बादल) की कांफ्रेंस में पांव रखने की जगह नहीं होती थी, वहां शुक्रवार को अकाली नेता इस इंतजार में थे कि बाहर से संगत उनके विचार सुनने कब आएगी। पूरा पंडाल खाली रहा। इसके बावजूद मजबूर नेता इस खाली पंडाल को ही मंच से संबोधन करते रहे। मंच पर राज्य सभा सदस्य बलविदर सिंह भूंदड़, पूर्व सांसद प्रोफेसर प्रेम सिंह चंदूमाजरा, सनौर से विधायक हरिदरपाल सिंह चंदूमाजरा मौजूद थे। दूसरी ओर बेशक शहीदी जोड़ मेल में सियासी कांफ्रेंसें बंद कर दी गई हैं। लेकिन इस मंच से अकाली नेता शहादत पर सियासत करते रहे। हालांकि, मंच पर श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी का स्वरूप भी सुशोभित था, फिर भी अकाली नेता सियासत करते रहे। इस दौरान गुटबंदी के चलते इलाके के कुछ सीनियर नेताओं को मंच पर बैठने भी नहीं दिया गया। फतेहगढ़ साहिब से शिअद के क्षेत्रीय प्रभारी दीदार सिंह भट्टी ने कहा कि कार्यक्रम लेट होने कारण कई कार्यकर्ता चले गए थे। इसके अलावा अनेक पाबंदियों के चलते भी कार्यकर्ताओं की संख्या कम रही। इसके अलावा वे और कुछ नहीं कह सकते।
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शहादत पर सियासत की विधायक कुलजीत ने की निंदा
फतेहगढ़ साहिब से कांग्रेस विधायक कुलजीत सिंह नागरा ने शहादत पर सियासत की निदा करते हुए कहा कि वर्ष 2017 में श्री अकाल तख्त साहिब ने सियासी कांफ्रेंसों पर पाबंदी लगाई थी। अकाली दल ने धार्मिक स्टेज पर या शहीदी जोड़ मेल दौरान जो सियासत की है, उसके लिए श्री अकाल तख्त साहिब को संबंधित नेताओं को तलब करना चाहिए।