स्वाइन फ्लू से जिले में अब तक हुई 6 मौतें
सिविल सर्जन डॉ एनके अग्रवाल अनुसार जिले में स्वाइन फ्लू के 12 मामले सामने आए हैं जिनमे तीन औरतों समेत छह की मौत हो चुकी है जबकि चार साल के बच्चे समेत छह मरीज विभिन्न अस्पतालों में अपना इलाज करवा रहे हैं।
दीपक सूद, नीरज रॉय, सर¨हद : सिविल सर्जन डॉ. एनके अग्रवाल अनुसार जिले में स्वाइन फ्लू के 12 मामले सामने आए हैं जिनमें तीन औरतों समेत छह की मौत हो चुकी है जबकि चार साल के बच्चे समेत छह मरीज विभिन्न अस्पतालों में अपना इलाज करवा रहे हैं। सिविल अस्पताल में स्वाइन फ्लू के मरीजों के लिए छह बेडों का एक वार्ड अलग से बनाया गया है।
स्वाइन फ्लू से हुई ताजा मौतें
ताजा स्वाइन फ्लू से गांव इसरहेल के निवासी मलकीत ¨सह (69) की मौत 23 जनवरी को हुई है जिसने एक निजी अस्पताल में दम तोड़ा है। वहीं हरपाल कौर (60) निवासी गांव राजगढ़ छन्ना ने पटियाला के रा¨जदरा अस्पताल में 31 जनवरी को दम तोड़ा। इसके अलावा पीजीआई चंडीगढ़ में उपचाराधीन गांव रत्तों की सरबजीत कौर मौत 17 जनवरी को हो चुकी है।
स्वाइन फ्लू से पहले हुई तीन मौतें
स्वाइन फ्लू से पहली मौत चंडीगढ़ 32 सेक्टर सरकारी अस्पताल में मंडी गो¨बदगढ़ की निवासी एक महिला की मौत हुई , दूसरी मौत पटियाला के रा¨जदरा अस्पताल में लखवीर ¨सह (47) निवासी खमाणों , तीसरी मौत मोहाली के एक निजी अस्पताल पंजाब पुलिस के हेड कांस्टेबल देशराज (46) निवासी गांव कांचेड़ा नंगल के तौर पर हुई है जो फतेहगढ़ साहिब के जिला सैशन जज के सुरक्षा अमले में ड्यूटी करता था।
यह मरीज हैं उपचाराधीन
स्वाईन फ्लू से सुख¨वदर ¨सह निवासी गांव हल्लोताली, अमरजीत ¨सह (60)निवासी गांव रंगेड़ी खुर्द, सत्वन्त ¨सह(63) निवासी गांव सानिपूर जो कि पटियाला के रा¨जदरा अस्पताल, मनराज (4) निवासी फतेहगढ़ साहिब जो कि चण्डीगढ़ के पीजीआई, प्रीतम चंद (56) निवासी बस्सी पठाना जो कि मोहाली के एक निजी अस्पताल, हर¨मदर(61) निवासी गांव खयाण जो कि सरकारी अस्पताल सेक्टर 32 चण्डीगढ़ जोकि सभी उपचाराधीन है।
क्या होता है स्वाइन फ्लू?
स्वाइन फ्लू जो इनफ्लूएंजा और वायरस से फैलती है। यह वायरस ज्यादातर सूअरों में पाया जाता है और इनसे ही लोगों में फैलता है। स्वाइन फ्लू के वायरस ज्यादातर नमी के कारण ठंड और बरसात के दिनों में ज्यादा फैलते है। स्वाइन फ्लू का सबसे अधिक खतरा बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाएं को होता है। जिन लोगों में इस बीमारी से लड़ने की समर्था कम होती है उनमें यह तेजी से फैलता है।
स्वाइन फ्लू के लक्षण
स्वाइन फ्लू के रोगी को सर्दी जुकाम रहता है, नाक का लगातार बहते रहना, शरीर के पट्ठों में दर्द रहता है, सिर दर्द और लगातार खांसी रहती है, इलाज के बावजूद बुखार ठीक नहीं होता और गले में खराश होती और बहुत ज्यादा थकान होती है।