डेढ़ साल में कौंसिल नहीं बिछा पाई सीवरेज पार्षद बोले, बरसात के बाद काम होता तो बेहतर
प्रदीप शाही, फतेहगढ़ साहिब : गांव तलाणियां (वार्ड 20 और 21) में नगर कौंसिल की ओर से बरसात के सीजन में भी सीवरेज डालने का काम किया जा रहा है।
प्रदीप शाही, फतेहगढ़ साहिब : गांव तलाणियां (वार्ड 20 और 21) में नगर कौंसिल की ओर से बरसात के सीजन में भी सीवरेज डालने का काम किया जा रहा है। कौंसिल की लापरवाही का आलम इस कदर है कि करीब डेढ़ साल बीतने के बावजूद भी काम पूरा नहीं हो सका। जिसकी कीमत ग्रामीणों को चुकानी पड़ रही है। इसके कारण गांववासी घरों में ही बंधक बन गए हैं। गांव की मुख्य सड़क से लेकर गांव की गलियों में वाहन तो दूर पैदल चलना भी खतरे से खाली नहीं है। सीवरेज का काम कर रहे ठेकेदार रोहित कुमार ने कहा कि काम शीघ्र पूरा करने के आदेश मिले हैं। ऐसे में वह अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। वहीं इलाके के पार्षद सुरजीत ने फोन पर माना कि जनता को दिक्कतों से जूझना पड़ रहा है। यदि यह काम बरसात के सीजन के बाद होता तो और बेहतर होता। वहीं इस समस्या को लेकर दैनिक जागरण ने गांव की विभिन्न गलियों का निरीक्षण कर वहां के लोगों से उनके विचार जाने।
फोटो-12 मानसून सीजन में काम शुरूकरना अनुचित
बुजुर्ग साधु ¨सह ने कहा कि सीवरेज डालने का काम सराहनीय फैसला है। परंतु इस काम को बरसात में शुरू किया जाना बिल्कुल अनुचित है। जहां से भी निकलो हर जगह कीचड़ फैला पड़ा है। पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है।
फोटो-15 सीवरेज डालने से समस्याएं बढ़ी
गांववासी देव कर्ण ने कहा कि सीवरेज डालने से गांव की समस्याओं में इजाफा हो गया है। प्रशासन को चाहिए था कि इस काम को बरसात से पहले या फिर बरसात के बाद शुरू करे।
फोटो-13 पैदल चलना हुआ मुहाल
गांववासी जसपाल ¨सह ने कहा कि सीवरेज डालने के कारण सड़कें व गलियां खोदी गई है। बरसात के कारण कीचड़ इधर-उधर फैला पड़ा है। पैदल चलना भी मुहाल हो गया है।
फोटो-14 महिलाएं तो घरों में बनी बंधक
बुजुर्ग महिला मो¨हदर कौर ने कहा कि सीवरेज के काम ने तो उन्हें घर में ही बंधक बना कर रख दिया है। कीचड़ फैले होने के कारण गली में निकलने से भी डर लगा रहता है कि कहीं गिरने के कारण चोट न लग जाए।
फोटो-16 बरसात में ऐसे काम नहीं होने चाहिए
आम आदमी पार्टी नेता रु¨पदर हैप्पी ने कहा कि प्रशासन को इस तरह के काम की मंजूरी नहीं देनी चाहिए। जिसमें जनता का अहित छिपा हो। कई सालों के बाद काम शुरू होने के कारण परेशान चल रहे थे। अब बरसात में काम शुरू होने से उनकी परेशानियां पहले से भी अधिक बढ़ गई है।