तप से केवल शरीर ही नहीं, मन भी तपता है
संस, मंडी गोबिंदगढ़ : भगवान महावीर ने मोक्ष के चार मार्ग बताएं हैं, उनमें एक है तप। दो अक्षर
संस, मंडी गोबिंदगढ़ : भगवान महावीर ने मोक्ष के चार मार्ग बताएं हैं, उनमें एक है तप। दो अक्षरों का छोटा सा शब्द है है तप पर इसमें बड़ी शक्ति है। तप के द्वारा व्यक्ति अपने कर्म बंधनों को तोड़ सकता है और अपनी आत्मा को उज्ज्वल व निर्मल बना सकता है। यह विचार शासन साध्वी मान कुमारी जी ने तप अभिनंदन कार्यक्रम के दौरान व्यक्त किए। तप से केवल शरीर ही नहीं तपता, मन भी तपता है। दृढ़ मनोबल वाला व्यक्ति ही तपस्या के मार्ग को अपना सकता है। इस मौके पर शालू जैन ने 11 दिन की तपस्या कर बड़ा ही साहस का परिचय दिया है और तप कर अपने आपको कर्म से हल्का बनाया है। साध्वी श्री जी ने सुमधुर गीत का संज्ञान भी किया। पंजाब प्रांतीय अध्यक्ष सुरेन्द्र मित्तल, स्थानीय अध्यक्ष सीए सुनील खुल्लर, उमा ¨सगला, पंकज जैन, लक्ष्मी मित्तल ने तप की अनुमोदना में वक्तव्य दिया। तेरापंथ सभा की ओर से बहन शालू का साहित्य भेंट कर अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम का कुशल संचालन साध्वी कीर्ति रेखा ने किया।