पांच साल से फसलों के अवशेषों को नहीं लगाई आग
कृषि व किसान भलाई विभाग के अधिकारी और कर्मचारी किसानों को पराली को आग लगाने के बजाय इसे खेत में मिलाने के लिए लगातार जागरूक कर रहे हैं।
संवाद सहयोगी, फतेहगढ़ साहिब : कृषि व किसान भलाई विभाग के अधिकारी और कर्मचारी किसानों को पराली को आग लगाने के बजाय इसे खेत में मिलाने के लिए लगातार जागरूक कर रहे हैं। रविवार को विभागीय अधिकारियों ने अमलोह ब्लाक के गांव कंजारी के किसान रुपिंदर सिंह के खेत का दौरा किया। यह किसान सरकार की हिदायतों के अनुसार फसलों के अवशेषों की सही संभाल कर रहा है।
मुख्य कृषि अफसर डा. सुरजीत सिंह वालिया ने बताया कि इस किसान ने पिछले पांच वर्ष से फसलों के अवशेषों को आग नहीं लगाई है। यह किसान 2.5 एकड़ जमीन का मालिक है और 25 से 30 एकड़ जमीन ठेके पर लेकर खेती कर रहा है।
पहले किसान रुपिंदर मलचर द्वारा या फिर बेलर से पराली की गांठे बनाकर अपने खेत में रखता था। अब किसान ने सरकार द्वारा सब्सिडी पर दी जा रही खेती मशीनरी तहत सुपर सीडर मशीन ले ली है। कृषि उप निरीक्षक रमनदीप सिंह और जूनियर टेक्नीशियन गुरिदर सिंह ने इस किसान के खेत का दौरा किया। जिस दौरान उन्होंने देखा कि उसने अपने खेत में सुपर सीडर से गेहूं की बिजाई की है।
रमनदीप सिंह ने कहा कि इस वर्ष जिले में सुपर सीडर से बिजाई करवाने के लिए किसानों का रुझान बढ़ा है। पराली को जमीन में मिलाने से जमीन के पौष्टिक तत्व बरकरार रहते है, जमीन की उपजाऊ शक्ति में बढ़ोतरी होती है और वातावरण की शुद्धता भी बनी रहती है। वहीं, किसान रुपिदर सिंह ने किसानों को अपील करते कहा कि वह पराली को आग न लगाएं, बल्कि खेतों में ही मिलाकर बिजाई करे ताकि वातावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सके।