मुख्यमंत्री कैप्टन के साथ राष्ट्रपति को नहीं मिलेगा अकाली दल : प्रो. चंदूमाजरा
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह का साथ देने वाले अकाली दल ने आम आदमी पार्टी के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविद से मिलने से हाथ पीछे खींच लिए हैं। ि
संवाद सहयोगी, फतेहगढ़ साहिब : केंद्र सरकार की ओर से पास किए नए कानूनों के हक में पंजाब विधानसभा में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह का साथ देने वाले अकाली दल ने आम आदमी पार्टी के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविद से मिलने से हाथ पीछे खींच लिए हैं। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सौ वर्ष पूरे होने व पंथ रत्न जत्थेदार गुरचरन सिंह टोहड़ा की याद में गांव पंजोली कलां में सेमिनार आयोजित हुआ। सेमिनार में पहुंचे शिरोमणि अकाली के महासचिव व पूर्व सांसद प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि चार नवंबर को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के साथ अकाली दल राष्ट्रपति को मिलने नहीं जाएगा, क्योंकि कृषि बिल प्रधानमंत्री ने पास किए हैं न कि राष्ट्रपति ने, इसलिए राष्ट्रपति से मिलने का तो सवाल ही नहीं पैदा होगा। साथ ही यह सवाल मुख्यमंत्री से भी पूछा कि वह किस लिए राष्ट्रपति को मिलने जा रहे हैं।
प्रो. चंदूमाजरा ने कहा कि कैप्टन को पंजाब का रूरल डवलपमेंट फंड (आरडीएफ) रोकने और पंजाब में ट्रेन रोके जाने के मामले को लेकर प्रधानमंत्री से मिलना चाहिए। इसके लिए वह उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन को पंजाब विधानसभा का सेशन बुलाकर एग्रीकल्चर प्रड्यूस मार्केट कमेटी (एपीएमसी) एक्ट में संशोधन करना चाहिए, जिसका केंद्र सरकार कुछ भी नहीं बिगाड़ सकती। वहीं, उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पंजाब पहले ही नाजुक दौर में से गुजर रहा है, ऊपर से केंद्र जानबूझ कर पंजाब को आर्थिक तौर पर परेशान कर रहा है। कहा कि इन धमकियों से पंजाब के लोग डरने वाले नहीं है।