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रेलवे का फाटक बंद होते ही लोग खुद खोलते हैं मौत के दरबाजे

रेलवे विभाग ने भले ही कानून काफी सख्त बनाए है परंतु इन कानून का पालन लोग नहीं कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 31 Dec 2019 12:30 AM (IST)Updated: Tue, 31 Dec 2019 12:30 AM (IST)
रेलवे का फाटक बंद होते ही लोग खुद खोलते हैं मौत के दरबाजे
रेलवे का फाटक बंद होते ही लोग खुद खोलते हैं मौत के दरबाजे

धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : रेलवे विभाग ने भले ही कानून काफी सख्त बनाए है, परंतु इन कानून का पालन लोग नहीं कर रहे हैं। ऐसी मिसाल तरनतारन में आम देखी जा सकती है। रेलवे के तीन फाटक एक साथ जब बंद होते है तो लोग बिना अपनी जान की प्रवाह किए बिना ही फाटक के नीचे से गुजरते है। हैरानी की बात यह है कि इन फाटकों पर रेलवे का एक भी कर्मी तैनात नहीं है।

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जंडियाला रोड रेलवे फाटक, मुरादपुर रोड रेलवे फाटक, गोइंदवाल रोड रेलवे फाटक के माध्यम से लोग शहर से जुड़ते है। अमृतसर से खेमकरण के बीच ट्रेन की आमद के मौके तीनों फाटक एक साथ बंद होते है, जबकि ब्यास-तरनतारन के बीच चलने वाली ट्रेन की आमद के दौरान गोइंदवाल साहिब रोड, मुरादपुर रोड के रेलवे फाटक बंद कर दिए जाते है। इन फाटकों के नीचे से गुजरने की मनाही होती है, यह कायदा रेलवे के कानून में भी शामिल है। परंतु लोग अपनी जान की प्रवाह किए बिना इन फाटकों के नीचे से गुजरते है, कई बार रेल गाड़ी की आमद के दौरान भी लोग फाटक क्रास क रेल ट्रैक तक पहुंच जाते है। ऐसी स्थिति में कई हादसे होते-होते टले हैं।

लोगों ने बताई अपनी मजबूरी

रेलवे फाटक के नीचे से गुजरने वाले जागीर सिंह का कहना है कि मां की दवाई लेने के लिए जाना जरूरी है। दवाई में देरी न हो, इसीलिए फाटक क्रास किया। राज सिंह कहते है कि ओर लोगों को देखकर मैं भी फाटक के नीचे से गुजर गया। मुझे रेलवे नियमों की जानकारी नहीं। बुध सिंह का दावा है कि रेलवे फाटक 10 से 15 मिनट बंद रहता है, जिसके कारण फाटक के नीचे से गुजरना मजबूरी बन जाती है।

लोगों को किया जाए जागरूक

शिव सेना बाल ठाकरे के नेता अश्विनी कुक्कू, हरजीत हीरा, समाज सेवी हरिकृष्ण अरोड़ा, जसविंदर सिंह अरोड़ा, सीआइडी क्राइम विंग के चेयरमैन सरबजीत सिंह मुरादपुरा का कहना है कि शहर के किसी भी रेलवे फाटक पर रेलवे पुलिस तैनात नहीं है। ट्रैफिक पुलिस के कर्मचारी भी यातायात कंट्रोल करने के लिए यहां दिखाई नहीं देते। आम लोगों को रेलवे नियमों का पता नहीं। रेलवे विभाग को चाहिए कि लोगों को नियमों से अवगत करवाया जाए।

नियमों का होना चाहिए पालन

स्टेशन मास्टर संजीत कुमार ने कहा कि रेलवे फाटकों पर पुलिस की तैनाती मेरे अधिकार क्षेत्र से बाहर है। लोगों को रेलवे नियमों का पालन करना चाहिए, ताकि हादसे रोके जा सके। डीसी प्रदीप सभ्रवाल ने कहा कि सभी रेलवे फाटकों पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती यकीनी बनाई जाएगी। बंद रेलवे फाटक से गुजरना कानून का उल्लंघन है। इस बारे में लोगों को भी सबक सीखना होगा।


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