Move to Jagran APP

एनएचएम कर्मियों ने सरकार का पुतला फूंककर लगाया जाम

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) पंजाब के तहत लगभग साढ़े 13 हजार कर्मचारी पिछले 14-15 साल से अल्प वेतन पर अनुबंध के आधार पर सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 Dec 2021 06:01 PM (IST)Updated: Tue, 07 Dec 2021 06:01 PM (IST)
एनएचएम कर्मियों ने सरकार का पुतला फूंककर लगाया जाम

संवाद सहयोगी, सरहिद : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) पंजाब के तहत लगभग साढ़े 13 हजार कर्मचारी पिछले 14-15 साल से अल्प वेतन पर अनुबंध के आधार पर सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। हालांकि पंजाब सरकार ने अकुशल श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को एक अधिनियम बनाया है लेकिन कोरोना काल में मौत के मुंह में दिन-रात काम करने वाले इन श्रमिकों को अधिनियम से वंचित कर दिया गया है । जिसके रोष स्वरूप ज्योति स्वरूप चौक पर चन्नी सरकार का पुतला फूंका गया और दो घंटे ट्रैफिक जाम किया गया।

loksabha election banner

इस मौके पर प्रदेश के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमरजीत सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकार एनएचएम कर्मियों से सौतेला व्यवहार कर रही है, लेकिन वे जो घोषणाएं करते हैं, उनका वास्तविकता से कोई लेना-देना नहीं है। इस मौके पर रमनप्रीत कौर ने कहा कि कोरोना काल के दौरान पंजाब सरकार ने कर्मचारियों से वादा किया था कि अगर आप कोरोना को हरा देंगे तो हम आपको नियमित तोहफा देंगे, लेकिन वादा वफा नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों को नियमित करने के अपने वादे को पूरा करना चाहिए। इस मौके पर जिलाध्यक्ष हरपाल सिंह सोढ़ी ने कहा कि विभाग और सरकार के साथ कई बैठकें हो चुकी हैं जो निष्फल रही हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के सभी कर्मचारियों को विभाग में पूरी भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से भर्ती किया जाए। ज्ञात हो कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारी पिछले 22 दिनों से हड़ताल पर हैं, जिससे विभाग का काम बुरी तरह प्रभावित हुआ है। गांवों में जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं हो रहे हैं, सरकारी अस्पतालों में प्रसव कम हो गया है। वहीं, आज किए गए दो घंटे के जाम के कारण वाहन चालकों को कोफी परेशानी हुई। पुलिस ने वाहनों को दूसरे रास्तों से निकाला।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.