नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ से नवरात्र पर्व का शुभारंभ
संसू मंडी गोबिंदगढ़ नवरात्र साधना का पर्व गायत्री आश्रम में स्वामी विकासचंद विमल के सान्निध्य में
संसू, मंडी गोबिंदगढ़ : नवरात्र साधना का पर्व गायत्री आश्रम में स्वामी विकासचंद विमल के सान्निध्य में पूजन एवं हवन यज्ञ से शुरू हो गया। स्वामी विमल ने कहा कि नवरात्रि का तात्पर्य यह है कि मानव काया रूपी अयोध्या में नौ द्वार अर्थात 9 इंद्रियां हैं। अज्ञानतावश दुरुपयोग के कारण उनमें अंधकार छा गया है। उसे अनुष्ठान करते हुए अर्थात संयम, साधना, तप एवं स्वाध्याय करते हुए एक-एक इन्द्रियों पर विचार करना, उसमें संयम, साधना एवं उनकी क्षमताओं को उभारना ही नवरात्रि साधना है। इन दिनों 24 हजार गायत्री महामंत्र जप का अनादि कालीन विधान है। इसके लिए नियमित रूप से 27 माला जप करना चाहिए। जिनसे इतना न हो सके यथाशक्ति जप करें, 9 दिन तक ब्रह्मचर्य पालन, यथासंभव उपवास, चमड़े के बने हुए जूते, चप्पल का त्याग करना चाहिए। जमीन या तख्त पर सोएं, अधिक से अधिक मौन व्रत का पालन करें, आत्मिक चिन्तन करें। इस अवसर पर रामनरेश डाटा, तेजिन्द्र शर्मा, सुभाष सिगला, प्रदीप, श्रीनिवास गोयल, महेश पाठक, जेपी मिश्रा, ओम प्रकाश यादव, अनुराग शर्मा, नरेश कुमार, विनोद कुमार, अजय श्रीवास्तव, इन्द्रसेन शर्मा, विमल महावर, बटेश्वर यादव आदि उपस्थित थे।