Move to Jagran APP

सड़क या गड्ढे, कहना मुश्किल

अमलोह से खन्ना को जाने वाली करीब दस किलोमीटर लंबी सड़क पिछले कई वर्ष से खुद की दयनीय हालत पर आंसू बहाने के लिए मजबूर है। मार्ग की हालत इस कदर खस्ता है कि लोग बच-बचकर चलने के बाद भी गिर जाते हैं क्योंकि गढ्डे बहुत गहरे हो चुके हैं। अगर वाहन चालक गड्ढों से बचने के लिए अपनी साइट से दूसरी ओर जाने की कोशिश करता है तो बड़ा हादसा होने के खतरे से इंकार नहीं किया जा सकता। सड़क की बदहाल हालात संबंधित विभाग पर पत्थर मार रही है। यहां से जो भी निकलता है वह सरकार के साथ-साथ विभाग को कोसता है। लोगों को बेहतर सुविधाएं देने के दावे तो सरकारें बहुत करती है लेकिन अगर इस रोड पर नजर डाले तो दावे गढ्डों में दब जाते हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 19 Apr 2019 09:19 PM (IST)Updated: Sat, 20 Apr 2019 06:21 AM (IST)
सड़क या गड्ढे, कहना मुश्किल

संवाद सूत्र, अमलोह : अमलोह से खन्ना को जाने वाली करीब दस किलोमीटर लंबी सड़क पिछले कई वर्ष से खुद की दयनीय हालत पर आंसू बहाने के लिए मजबूर है। मार्ग की हालत इस कदर खस्ता है कि लोग बच-बचकर चलने के बाद भी गिर जाते हैं, क्योंकि गढ्डे बहुत गहरे हो चुके हैं। अगर वाहन चालक गड्ढों से बचने के लिए अपनी साइट से दूसरी ओर जाने की कोशिश करता है तो बड़ा हादसा होने के खतरे से इंकार नहीं किया जा सकता। सड़क की बदहाल हालात संबंधित विभाग पर पत्थर मार रही है। यहां से जो भी निकलता है, वह सरकार के साथ-साथ विभाग को कोसता है। लोगों को बेहतर सुविधाएं देने के दावे तो सरकारें बहुत करती है, लेकिन अगर इस रोड पर नजर डाले तो दावे गढ्डों में दब जाते हैं। कई वर्ष बीते और सूबे की सत्ता भी बदली बावजूद इसके सड़क की काया न बदल पाई। इस रास्ते से अकसर राहगीर अपनी जान दाव पर रखकर निकलने के लिए मजबूर हैं। दूसरी ओर, गहरे गड्ढों के कारण कई बार अनियंत्रित होकर वाहन हादसाग्रस्त भी हो चुके हैं। वहीं गन्ने के सीजन में मिल तक जाने के लिए गन्ने से लदी ट्रॉलियां भी यहां पर हादसे का शिकार होती है जिसका सीधा नुकसान किसानों को झेलना पड़ता है। इसी सड़क पर कई स्कूल व बड़े कॉलेज भी है जहां से विद्यार्थियों को आने जाने के लिए जान हथेली पर लेकर गुजरना पड़ता है।

loksabha election banner

एक घंटे में 10 किमी का सफर

वहीं दस किलोमीटर का सफर तय करने के लिए एक घंटे से भी ज्यादा समय लगता है। जब भी बरसात होती है तो सड़क पर बने बड़े बड़े गड्ढे तालाब का रूप धारण कर लेते हैं जिस कारण राहगीरों को परेशानी का सामना तो करना ही पड़ता है, साथ में जान भी जोखिम में डालनी पड़ती है। स्थानीय लोगों ने मांग करते कहा कि इस सड़क की तुरंत मरम्मत करवाई जाए, ताकि समस्या का हल हो सके।

जल्द होगा समस्या का हल

लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन बलविदर सिंह ने बताया कि खन्ना अमलोह रोड की हालत असल में जर्जर है। समय समय पर विभाग द्वारा सड़क की मरम्मत होती रही है। चुनाव के कारण सड़क का काम बंद किया हुआ है। जैसे ही चुनाव खत्म होंगे तो सड़क की मरम्मत करवाई जाएगी।

चुनाव के बाद मिलेगी समस्या से निजात

उधर, जब एसडीएम आनंद सागर शर्मा से इस रोड का निर्माण कब होगा के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अमलोह खन्ना रोड को एस्टीमेट में डाला हुआ है, लेकिन कोड ऑफ कंडक्ट के कारण कार्य रूका हुआ है। लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद मरम्मत का कार्य शुरू करवा दिया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.