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जनता क‌र्फ्यू को मिला भरपूर समर्थन, साढ़े छह लाख की आबादी से कोई नहीं निकला बाहर

कोरोना के खिलाफ भारत में जनता क‌र्फ्यू से शुरू हुई राष्ट्रीय व्यापी जंग को हर तरफ से भरपूर समर्थन मिला।

By JagranEdited By: Published: Sun, 22 Mar 2020 10:41 PM (IST)Updated: Mon, 23 Mar 2020 06:12 AM (IST)
जनता क‌र्फ्यू को मिला भरपूर समर्थन, साढ़े छह लाख की आबादी से कोई नहीं निकला बाहर
जनता क‌र्फ्यू को मिला भरपूर समर्थन, साढ़े छह लाख की आबादी से कोई नहीं निकला बाहर

जागरण टीम, फतेहगढ़ साहिब : कोरोना के खिलाफ भारत में जनता क‌र्फ्यू से शुरू हुई राष्ट्रीय व्यापी जंग को हर तरफ से भरपूर समर्थन मिला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर सुबह सात बजे से लेकर रात तक लोग घरों में ही रहे। साढ़े छह लाख की आबादी वाले जिले में गलियों से लेकर सड़कों तक कोई दिखाई नहीं दिया। जो एकाध लोग घरों से बाहर निकले भी, उन्हें भी बेहद जरूरी काम ने कुछ समय के लिए बाहर जाने के लिए मजबूर बनाया। लेकिन एहतियात और जनता क‌र्फ्यू को समर्थन के मकसद से लोगों ने घरों में रहकर अपना समय बिताया। डिप्टी कमिश्नर अमृत कौर गिल और एसएसपी अमनीत कौंडल समेत सिविल व पुलिस प्रशासन के अधिकारी दिन भर डटे रहे और समय समय पर जनता क‌र्फ्यू के समर्थन का फील्ड के नोडल अधिकारियों से फीडबैक लेते रहे। लोहा नगरी मंडी गोबिदगढ़ में सामान्य दिनों में हर क्षेत्र में भीड़ रहती है। जनता क‌र्फ्यू दौरान हर इलाका सुनसान रहा। अमलोह, खमाणों और बस्सी पठाना में भी सौ फीसदी समर्थन मिला। सूने रहे बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन

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सरहिद का बस स्टैंड राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित है। इस बस स्टैंड पर दिल्ली से अमृतसर तक आने जाने वाली बसें भी रुकती हैं। लेकिन जनता क‌र्फ्यू के दौरान ट्रांसपोर्ट व्यवस्था बंद होने के कारण यह बस स्टैंड सूना रहा। एकाध यात्री ही यहां आराम कर रहे थे। जबकि, सामान्य दिनों में बस स्टैंड से रोजाना हजारों यात्री यहां से सफर करते हैं। सरहिद का रेलवे स्टेशन नई दिल्ली - अमृतसर रेल मार्ग पर स्थित है। इस जंक्शन से नंगल और ऊना को भी ट्रेनें आती जाती हैं। इस स्टेशन पर सामान्य दिनों में हजारों यात्री होते हैं। जनता क‌र्फ्यू के दौरान इस जंक्शन का टिकट काउंटर और प्लेटफार्म सूने रहे। जीआरपी व आरपीएफ के कर्मी ही गश्त कर रहे थे। अस्पताल में पहुंचे बुखार के मरीज

जनता क‌र्फ्यू के दौरान इमरजेंसी स्वास्थ्य सेवाएं जारी रहीं। सिविल अस्पताल फतेहगढ़ साहिब की इमरजेंसी में पूरे दिन में मुश्किल से एक दर्जन मरीज आए थे। इनमें से दो सड़क हादसे के घायल थे। बाकी को बुखार की शिकायत थी, जो कोरोना का डर से इलाज को पहुंचे। लेकिन डाक्टरों ने उनके चेकअप के बाद भरोसा दिलाया कि उन्हें किसी प्रकार का खतरा नहीं है। इन्हें दवा देकर घर भेजा गया और एहतियात के तौर पर सावधानियां बरतने को कहा गया। ट्रक बॉडी बिल्डिग मार्केट रही बंद

सरहिद जीटी रोड पर स्थित एशिया की सबसे बड़ी ट्रक बॉडी बिल्डिग मार्केट भी जनता क‌र्फ्यू के दौरान बंद रही। इस मार्केट में विभिन्न राज्यों से लोग ट्रक बॉडी से संबंधित काम के लिए रोजाना आते जाते हैं और आम तौर पर मार्केट में ट्रक खड़े ही रहते हैं। मेडिकल स्टोर, राशन और सब्जियों की दुकानें भी बंद

फतेहगढ़ साहिब में जनता क‌र्फ्यू को इस तरह का समर्थन मिला कि जहां जरूरी नहीं था, वहां मेडिकल स्टोर, राशन और सब्जियों की दुकानें भी बंद रखी गईं। इन लोगों की सोच रही कि यदि वे बिना काम के अपनी दुकानें खोलेंगे तो लोग घरें से बाहर आएंगे। लोगों को कोरोना खिलाफ जागरूक करने के लिए उन्होंने भी दुकानें बंद रखना ही मुनासिब समझा। लूडो, कैरम बोर्ड, गली क्रिकेट से किया टाइम पास

जनता क‌र्फ्यू के दौरान लोगों ने अपने घरों में ही विभिन्न तरीकों से टाइम पास किया। इनडोर खेलों जैसे कि लूडो, कैरम बोर्ड का सहारा लिया गया। कई जगहों पर गली क्रिकेट से टाइम पास किया गया। टीवी और सोशल मीडिया पर देश भर के हालातों को जानते हुए भी समय बिताया गया।


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