आंगनबाड़ी वर्करों का 26 को जेल भरो आंदोलन
सरहिद आंगनबाड़ी मुलाजिम यूनियन पंजाब सीटू की प्रदेश अध्यक्ष हरजीत कौर पंजोला और महासचिव सुभाष रानी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्री-प्राइमरी आइसीडीएस स्कीम का अभिन्न अंग है।
संवाद सहयोगी, सरहिद : आंगनबाड़ी मुलाजिम यूनियन पंजाब सीटू की प्रदेश अध्यक्ष हरजीत कौर पंजोला और महासचिव सुभाष रानी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्री-प्राइमरी आइसीडीएस स्कीम का अभिन्न अंग है। जीरो से लेकर छह वर्ष के बच्चों के सर्वागीण विकास की जिम्मेदोरी आंगनबाड़ी केंद्र द्वारा दी जाने वाली संगठित बाल विकास सेवाओं में छह सेवाओं के रूप में तय की गई है। एक ओर पंजाब सरकार बच्चों के विकास की बात कर रही है, लेकिन दूसरी तरफ आंगनबाड़ी सेंटरों से बच्चों को आने नहीं दे रही। पहले तीन से छह वर्ष के बच्चे स्कूलों में भेजने का 20 सितंबर 2017 को फैसला लिया गया और आंगनबाड़ी मुलाजिम यूनियन के संघर्ष के बाद 26 नवंबर 2017 को दोबारा फैसले लेते हुए बच्चे वापिस आंगनबाड़ी केंद्रों में भेजने का फैसला हुआ था। लेकिन अभी भी शिक्षा विभाग की नजर आंगनबाड़ी बच्चों पर है। जिससे प्रदेश की 54 हजार आंगनबाड़ी वर्करों और हेल्परों में रोष है।
पंजोला ने कहा कि अपने हक लेने के लिए 26 नवंबर को जिला स्तर पर रोष प्रदर्शन करते हुए जेल भरो आंदोलन किया जाएगा। जिसकी तैयारी 18-19 को कन्वेंशन कर की जाएगी। 18 को जालंधर और 19 को संगरूर में की जा रही कन्वेंशन में 11-11 जिले शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि यदि सरकार आंगनबाड़ी मुलाजिम यूनियन की मांगों पर अमल नहीं करती, तो संघर्ष को ओर तेज किया जाएगा और इसके परिणाम के लिए पंजाब सरकार ही जिम्मेवार होगी। इस अवसर पर वित्त सचिव अमृतपाल कौर, गुरमीत कौर चुन्नी आदि उपस्थित थी।