धारा-124 समाप्त करने पर गरमाई सियासत
कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को लोकसभा चुनाव को लेकर अपने मेनिफेस्टों में दो ऐसे वायदे किए हैं जिनको लेकर विवाद पैदा हो सकता है। पार्टी ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में कहा है कि उनकी सरकार बनने पर एएफएसपीए कानून का संशोधन होगा और भारतीय दंड संहिता की धारा 124-ए को खत्म किया जाएगा।
लखवीर सिंह लक्की, फतेहगढ़ साहिब
कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनाव को लेकर अपने मेनिफेस्टो में दो ऐसे वादे किए हैं, जिनको लेकर विवाद पैदा हो सकता है। पार्टी ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में कहा है कि उनकी सरकार बनने पर एएफएसपीए कानून का संशोधन होगा और भारतीय दंड संहिता की धारा 124-ए को खत्म किया जाएगा। मौजूदा समय में केंद्र सरकार ने एएफएसीपीए एक्ट जम्मू-कश्मीर में लागू किया हुआ है, जिससे जम्मू-कश्मीर में सेना को कार्रवाई के विशेष अधिकार मिले हुए हैं। कांग्रेस पार्टी ने कहा कि वह सुरक्षा बलों और नागरिकों के मानव अधिकारों की शक्तियों को संतुलित करने के लिए इस कानून में संशोधन करेगी।
भारतीय दंड संहिता की धारा 124ए की बात करें तो उसके तहत देशद्रोह का मुकद्दमा चलता है और मौजूदा समय में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में देश विरोधी नारे लगाए जाने के आरोप में छात्र नेता कन्हैया कुमार और उमर खालिद पर इसी धारा के तहत मामला दर्ज है। कांग्रेस पार्टी ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में कहा है कि वह इस कानून को खत्म कर देगी क्योंकि इसका गलत इस्तेमाल हो रहा है। दैनिक जागरण ने विभिन्न सरकारों के दौरान उच्च ओहदों पर रहे और मौजूदा ओहदों पर विराजमान नेताओं से बातचीत कर उनकी प्रतिक्रिया ली है। शिअद टकसाली धारा 124ए समाप्त करवाने के हक में : बीर दविदर
धारा 124-ए जरूरत के मुताबिक प्रयोग में लाने का प्रावधान था। कितु भाजपा ने इसे अपने राजनीतिक विरोधियों के लिए प्रयोग करना शुरू कर दिया। क्योंकि यह धारा बहुत सख्त है, जिसमें सजा भी सख्त है और जल्दी जमानत नहीं होती। मैं भी इस हक में हूं को इस धारा समाप्त कर देनी चाहिए।
(पंजाब विधानसभा के पूर्व डिप्टी स्पीकर बीर दविदर सिंह) देश से बढ़कर कुछ नहीं : पूर्व मंत्री डॉ. हरबंस लाल
देशद्रोहियों के खिलाफ कार्रवाई तो होनी चाहिए। भले ही मैं किसी पार्टी को समर्थन नहीं करता, किंतु राष्ट्रीय एकता और अखंडता के लिए प्रयासरत जरूर हूं। देशद्रोह की धारा में संशोधन करने से पहले कांग्रेस देश में घुसे देशद्रोहियों पर कार्रवाई जरूर कर ले। क्योंकि जम्मू-कश्मीर में बन रहे आतंकी हालात इस बात का प्रमाण हैं कि धारा-124ए के समाप्त होने से देशद्रोही लोग भारत की अमन शांति भंग न कर दें। मैं इसके हक में नहीं हूं। - पूर्व मंत्री डॉ. हरबंस लाल घोषणा सही किंतु वोट की ताकत ले रही कांग्रेस : सांसद खालसा
हाल ही में भाजपा में शामिल हुए सांसद हरिदर सिंह खालसा ने कहा कि धारा-124ए बड़ा संवेदनशील मुद्दा है। ऐसे मुद्दों को उछालकर कांग्रेस चुनावी ताकत लेना चाहती है। जहां कांग्रेस की यह घोषणा कुछ हद तक सही भी है। वहीं, कांग्रेस की यह एक बड़ी मौकापरस्ती है।
- सांसद हरिदर सिंह खालसा-फतेहगढ़ साहिब घोषणा को कांग्रेस बनाए कानूनी दस्तावेज : ग्यासपुरा
कांग्रेस की धारा 124ए हटाने का घोषणा चुनावी जुमलेबाजी है। जब इसे लागू करने का समय आएगा तो कांग्रेस अपनी जुबान से भाग जाएगी। ऐसी घोषणाएं केवल चुनावी लाभ लेने के लिए की जा रही हैं। अगर सही ढंग से कांग्रेस अपनी घोषणा को पूरा करेगी तो यह प्रशंसनीय कार्य भी होगा और बेवजह इस धारा में आए लोगों को इंसाफ भी मिलेगा।
- मनविदर सिंह ग्यासपुरा उम्मीदवार पीडीए-लोकसभा फतेहगढ़ साहिब धारा 124ए कांग्रेस ने ही लगाई थी। इंट्रूड्यूस भी कांग्रेस ने किया। इसके अलावा टाडा समेत तीन अन्य बड़ी धाराएं भी कांग्रेस की ही देन हैं। कांग्रेस ने ही इन धाराओं के तहत हजारों लोगों को जेलों में धकेला है। जहां तक कांग्रेस इस धारा को भाजपा पर निजी हित के लिए प्रयोग करने का आरोप लगा रही है उससे पहले कांग्रेस भी इसे अपनी निजी हित के लिए प्रयोग किया है। कांग्रेस ने इस धारा का सबसे अधिक प्रयोग इमरजेंसी समय दौरान किया है। कांग्रेस का मेनिफेस्टो झूठ का पुलिदा है। ऐसी घोषणाओं से कांग्रेस को कोई लाभ नहीं होगा।
- सांसद प्रेम सिंह चंदूमाजरा हलका श्री आनंदपुर साहिब