महिला ने मरणोंपरांत की आंखे दान
देश में बहुत संख्या में ऐसे लोग हैं जो अंधेपन के शिकार हैं। उनकी ¨जदगी में अंधेर छाया हुआ है। ऐसे लोगों की ¨जदगी रौशन करने के लिए विश्व जागृति मिशन सार्थक प्रयास कर रहा है।
आंखें दान कर किसी की ¨जदगी संवारे : विनय
जेएनएन, फतेहगढ़ साहिब :
देश में बहुत संख्या में ऐसे लोग हैं जो अंधेपन के शिकार हैं। उनकी ¨जदगी में अंधेर छाया हुआ है। ऐसे लोगों की ¨जदगी रौशन करने के लिए विश्व जागृति मिशन सार्थक प्रयास कर रहा है। जिसके प्रोजेक्ट चेयरमैन विनय गुप्ता ने बताया कि सर¨हद की लक्ष्मी कालोनी निवासी स्व: सुष्मा सूद ने मरणोपरांत अपनी आंखें दान की हैं।
इन आंखों को पीजीआई चंडीगढ़ अस्पताल के डाक्टरों की टीम लेने के लिए पहुंची। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को मरने से पहला अपनी आंखें दान करनी चाहिएं। क्योंकि जो लोग देख नहीं सकते उनको अपनी ¨जदगी के अंधेरे को दूर कर सकते हैं। विनय गुप्ता ने कहा कि प्रधान अशोक सूद बांके बिहारी सेवा समिति के समूह मंच के प्रयत्नों से ही परिवार को प्रेरित किया गया।