जदों तक कच्चे मकानां दे पैसे नी मिलदे औदों तक कोई वोट नहीं
समय समय की सरकारों की तरफ से गरीब लोगों को बेहतर सरकारी सुविधाएं देने के बड़े बड़े दावे करने की बातें अकसर कीं जाती हैं। परंतु आज भी कई ऐसे गरीब परिवार हैं जो कई कोशिसें करने के बाद भी उनकी सरकार दरबार में सुनवाई नहीं होती।
दीपक सूद, सर¨हद
समय-समय की सरकारों की तरफ से गरीब लोगों को बेहतर सरकारी सुविधाएं देने के बड़े बड़े दावे करने की बातें अकसर कीं जाती हैं। परंतु आज भी कई ऐसे गरीब परिवार हैं जो कई कोशिसें करने के बाद भी उनकी सरकार दरबार में सुनवाई नहीं होती। सरकार तथा सरकारी अधिकारियों की लेट लतीफी वाले रवैये से परेशान जिले के गांव दालो माजरा निवासियों ने बारिश में स्थानीय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर अपने घर की कच्ची छतों के लिए फंड आदि जारी ना करने के आरोप लगाए हैं। लोगों का कहना है कि आवास योजना के तहत कई बार उनके फार्म भरे गए एक बार भी लाभ नहीं मिला। जबकि हर साल नेता लोग वोट मांगने के लिए जरूर आते हैं। गांव में कुछ ऐसे परिवार भी हैं जिनको को 30 से 35 साल हो गए उनके द्वारा भरी गई आवास योजना के तहत कच्चे मकानों के लिए मिलने वाले फंड कभी नहीं जारी हुआ। दुखी हुए लोगों ने इस बार लोकसभा चुनावों का पूर्ण बाईकाट करने का मन बना लिया है। इस मौके पर दल¨वदर ¨सह, सुखवंत ¨सह, सतपाल ¨सह, सूबा ¨सह, जसपाल ¨सह, सुरजीत कौर, जसप्रीत ¨सह ने कहा कि वह दिहाड़ी करके अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं परंतु सोमवार से बारिस होने के कारण वह चैन से घर में सौ तक नहीं सके। उन्हें बारिश में घर की छत गिरने का डर सता रहा है और सरकारी अधिकारी उनकी कोई सार नहीं लेने आ रहे और ना ही सरबत योजना के तहत यहां कोई कैंप आदि लगा है।
यह है गांव की मौजूदा स्थिति
गांव में करीब 25 घर ऐसे हैं जो सरकारी किसी भी स्कीम से वंचित हैं। बारिश में छत से टपकता पानी तथा एक ही छत के नीचे मजबूर लोगों अपनी जान हथेली पर लेकर सोते हैं। लोगों को डर है कि बारिश में कहीं उनके घर की छत उन पर ना गिर जाए।
क्या कहते हैं एडीसी विकास
जग¨वदरजीत ¨सह संधू ने कहा कि उन्होंने भारत सरकार को 3700 सो ऐसे जरूरतमंद परिवारों की सूची बनाकर भेजी थी जिनके मकान बनने वाले हैं। जिले में अब तक 263 परिवारा आवास योजना का लाभ ले चुके हैं। बाकी लोगों को भी स्कीम का लाभ जल्द मिल जाएगा।