केंद्र सरकार जान बूझकर कर रही है परेशान
आंदोलन के चलते केंद्र और पंजाब सरकार में ट्रेनों के आवागमन को लेकर चल रहे विवाद में किसान भी परेशानी के आलम में हैं।
संवाद सहयोगी, फतेहगढ़ साहिब : आंदोलन के चलते केंद्र और पंजाब सरकार में ट्रेनों के आवागमन को लेकर चल रहे विवाद में किसान भी परेशानी के आलम में हैं। भले ही किसान पिछले दिनों रेलवे प्लेटफार्म छोड़कर स्टेशनों के पार्क में आ गए हैं। इसके बावजूद केंद्र सरकार ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही।
रेलवे स्टेशन फतेहगढ़ साहिब के मेन गेट पर विभिन्न किसान जत्थेबंदियों द्वारा धरना लगातार जारी है। रविवार को प्रदर्शन करने के दौरान किसान बलविदर सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार अब उन्हें जानबूझ कर परेशान कर रही है। उन्होंने पंजाब के समूह किसान जत्थेबंदियों के आदेश के बाद पहले रेलवे ट्रैक खाली किए और अब प्लेटफार्म भी खाली कर दिए हैं। लेकिन, फिर भी केंद्र की मोदी सरकार ट्रेनें नहीं चला रही। उन्होंने कहा कि सरकारें अब आपस में किसानों और लोगों को लड़ाने की तैयारी कर रही है, क्योंकि त्योहारों का सीजन चल रहा है और बाहर से जरूरी सामान पंजाब नहीं आ रहा। इस कारण आम लोगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही गेहूं की बिजाई का सीजन भी चल रहा है और इसके लिए यूरिया व डीएपी की कमी भी खल रही है। उन्होंने कहा कि किसानों की तर्ज पर केंद्र सरकार को भी अपना अड़ियल रवैया छोड़ कर ट्रेनों को चलाना चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो संघर्ष को और तेज किया जाएगा। इस दौरान किसानों ने मोदी सरकार की ओर से लागू किए कृषि सुधार कानून के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर विरोध भी जताया।