दो लोगों की आंखों को रोशनी दे गए स्व. नरेश
मरणों परांत दोनों लोगों को अपनी आंखों दान करने वाले समाज सेवक स्वर्गीय नरेश कुमार का निधन हो गया था। उनकी अंतिम अरदास संत निरंकारी सत्संग भवन सर¨हद में की गई।
जागरण संवाददाता, फतेहगढ़ साहिब : मरणोपरांत दो लोगों को अपनी आंखें दान करने वाले समाज सेवक स्वर्गीय नरेश कुमार का निधन हो गया था। उनकी अंतिम अरदास संत निरंकारी सत्संग भवन सर¨हद में की गई। जहां पर शहर की विभिन्न राजनैतिक, समाजिक, धार्मिक जत्थेबंदियों की ओर से उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। इस दौरान सर¨हद शाखा के मुखी प्रभदयाल ¨सह और विश्व जागृति मिशन के सदस्यों द्वारा स्व. नरेश कुमार की पत्नी कमलेश कुमारी को उनके पति द्वारा मरणोपरांत आंखें दान करने के लिए सम्मानित किया गया।
इस मौके पर श्री प्रभदयाल जी और जागृति मिशन के सदस्यों ने कहा कि नरेश कुमार ने अपना पूरा जीवन समाज सेवा को समर्पित किया था और मरने के बाद भी वह अमर हो गए है क्योंकि जाते-जाते वह दो लोगों को अपनी आंखें दान कर गए। श्री प्रभदयाल जी ने उनके परिवार को आशीर्वाद देते हुए कहा कि ऐसे लोग बहुत ही कम होते है जो अपनी ¨जदगी मानवता के नाम कर देते हैं। नरेश कुमार भी उनमें से एक थे। इस अवसर पर विश्व जागृति मिशन के डॉ. हितेंद्र सूरी, बाबू जगदीश वर्मा, विनय गुप्ता, रणबीर कुमार जज्जी व शहर के गणमान्य लोग उपस्थित थे।