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भाखड़ा नहर टूटने का खतरा, बड़े कटाव से हड़कंप मचा, डूब सकते हैं दर्जनों गांव

पंजाब में भाखड़ा नहर के टूटने का खतरा है। इससे फतेहगढ़ साहिब के शहजादपुर क्षेत्र के दर्जनों गांवों में बाढ़ का खतरा है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Mon, 14 Oct 2019 09:45 AM (IST)Updated: Mon, 14 Oct 2019 10:11 AM (IST)
भाखड़ा नहर टूटने का खतरा, बड़े कटाव से हड़कंप मचा, डूब सकते हैं दर्जनों गांव
भाखड़ा नहर टूटने का खतरा, बड़े कटाव से हड़कंप मचा, डूब सकते हैं दर्जनों गांव

फतेहगढ़ साहिब, जेएनएन। भाखड़ा नहर के टूटने का खतरा पैदा हो गया है और इससे हड़कंप मच गया है। गांव शहजादपुर के पास दो स्थानों पर भूमि कटाव से दहशत फैल गई। पानी के तेज बहाव से नहर के किनारे में 20 फीट तक कटाव हो गया। लोगों ने खुद बचाव कार्य शुरू किया और मिट्टी की ट्राली किनारों पर डाली। इसके अलावा मिट्टी से भरे थैले लगाकर भी किनारों को मजबूत किया। रात को मिट्टी के ये थैले फिर धंस गए। इससे दर्जनों गांवों के लोग दहशत में आ गए हैं।

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गांव शहजादपुर के पास नहर पुल के नजदीक स्थित शराब के ठेके के कारिंदे मनमोहन सिंह ने रविवार सुबह किनारे की मिट्टी का तोंदा नहर में गिरते देखा। उसने गांववासियों को सूचित किया। इसके बाद आसपास के गांवों में मुनादी करवाई गई। फिर बड़ी संख्या में लोग बचाव कार्य में जुट गए। हालांकि पूरे दिन प्रशासन ने बचाव कार्य में कोई सहयोग नहीं दिया। तहसीलदार हरजिंदर सिंह मौका देखकर निकल गए और नहरी विभाग के एसडीओ गुरशरण सिंह विर्क आए और सिर्फ समस्याएं सुनीं।

प्रशासन की इस लापरवाही को लेकर गांववासियों में भारी रोष पाया गया। नौजवानों ने खेतों से मिट्टी की ट्रालियां भरकर नहर के किनारे फेंकी। इसके अलावा थैलों में मिट्टी भरकर भूमि कटाव वाली जगहों को भरा। सबसे पहले करीब पांच फीट की खाली जगह भरी गई जो आगे बढ़ती जा रही थी। इसके बाद करीब 20 फीट कटाव वाली दरार को भरा गया।

गांव हरलालपुर के सरपंच बूटा सिंह ने कहा कि यह नहरी विभाग की लापरवाही है। कई दशकों से नहर की सफाई तक नहीं कराई गई है। गांवों की पंचायतें लंबे समय से नहरी विभाग से नहर के किनारे की मरम्मत की मांग कर रही हैं, लेकिन इस तरफ ध्यान ही नहीं दिया गया। नहरी विभाग के एसडीओ गुरशरण सिंह विर्क ने कहा कि जैसे ही भाखड़ा नहर के किनारे भूमि कटाव की सूचना मिली ठेकेदार को संपर्क करके बुलाया गया। वे आकर काम शुरू करेंगे। इस समस्या का स्थाई हल तो केंद्र या पंजाब सरकार की तरफ से विशेष ग्रांट देने के बाद ही हो सकता है।

बचाव कार्य में रात को सैकड़ों लोग जुटे

नहर के किनारे भरे गए मिट्टी से भरे थैले रविवार की रात को धंस गए। इसके बाद तीन गांवों शहजादपुर, तलवाड़ा और जंडाली में मुनादी की गई कि सभी अपने ट्रैक्टर-ट्राली लेकर नहर पर पहुंचे। चंद मिनटों में सैकड़ों लोग नहर पुल पर पहुंचे और खेतों से मिट्टी भरकर नहर में थैले लगाने का काम शुरू किया गया। मुनादी के बाद दर्जनों गांव दहशत के साये में हैं। लोगों को डर है रात न नहर का किनारा न टूट जाए।

नहर के किनारों की मरम्मत सही ढंग से करवाने के डीसी ने दिए निर्देश

डीसी डॉ. प्रशांत कुमार गोयल ने कहा कि उन्होंने तहसीलदार गुरजिंदर सिंह को मौके पर भेजा है। उन्होंने नहरी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि नहर के किनारों की मरम्मत सही ढंग से की जाए। जहां भी दरार पडऩे का खतरा है, वहां सीमेंट से मरम्मत कराई जाए। अगर कहीं लापरवाही बरती गई तो वे कार्रवाई से गुरेज नहीं करेंगे। उन्होंने नहर के किनारे सफाई कराने का भरोसा भी दिलाया।


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