चुनावी खर्च से परहेज, उम्मीदवार कई हलकों में नहीं खोल रहे दफ्तर
फतेहगढ़ साहिब के अधीन आते नौ विधानसभा क्षेत्रों में सभी राजनीतिक पार्टियों के उम्मीदवार चुनावी दफ्तर खोलने से संकोच कर रहे हैं।
लखवीर सिंह लक्की, फतेहगढ़ साहिब: लोकसभा चुनाव को एक महीने से भी कम समय का समय रह गया है किंतु लोकसभा हल्का फतेहगढ़ साहिब के अधीन आते नौ विधानसभा क्षेत्रों में सभी राजनीतिक पार्टियों के उम्मीदवार चुनावी दफ्तर खोलने से संकोच कर रहे हैं। ऐसा इसलिए भी किया जा रहा है कि चुनाव आयोग द्वारा अधिक दफ्तर खोलने का खर्च उम्मीदवार के चुनाव खर्च में जोड़ा जाएगा। इस तरह चुनाव आयोग द्वारा की गई सख्ती दौरान पूरे चुनाव में प्रति उम्मीदवार 70 लाख रुपये ही खर्च करेगा।
वहीं उम्मीदवार को अलग से बैंक खाता खोलकर नामाकन पत्र भरने से लेकर परिणाम की घोषणा तक सभी खर्च का हिसाब रखना जरूरी किया है। विभिन्न पार्टी वर्करों ने बताया कि दफ्तर खुलने की बजाय वाहट्एॅप ग्रुप पर ही उन्हें अपने उम्मीदवार के रोज के चुनावी दौरे की सूचना मिल जाती है और तय समय अनुसार वह उम्मीदवारों के साथ प्रचार में जुट जाते हैं। कई वर्करों ने अपने हल्कों में उम्मीदवारों को दफ्तर खोले जाने की मांग भी की है।
कहां किस उम्मीदवार का खुला दफ्तर
नौ हल्कों में सभी उम्मीदवारों ने कुछ हल्कों में ही अपने दफ्तर खोले हैं। बस्सी पठाना हल्के में अकाली दल के प्रत्याशी दरबारा सिंह गुरु का दफ्तर पहले से ही मौजूद है, वहीं अब कांग्रेस उम्मीदवार डॉ अमर सिंह ने भी अपना दफ्तर खोल दिया है। बस्सी में पीडीए के उम्मीदवार मनविदर सिंह ग्यासपुरा ने भी दफ्तर खोला है।
ग्यासपुरा का अमलोह हल्का में भी अपना दफ्तर है। डॉ अमर सिंह खन्ना में भी रविवार को अपना चुनावी दफ्तर खोलेंगे। उनके अपने हलके रायकोट में उनका पहले से ही दफ्तर मौजूद है। जबकि आम आदमी पार्टी का उम्मीदवार बदले जाने के बाद हल्के भर में अधिकतर दफ्तर बंद ही पड़े हैं। हरबंस कौर दूलो ने खुद का कोई दफ्तर नहीं खोला है। इसके अलावा समराला, पायल, साहनेवाल, अमरगढ़ में किसी भी उम्मीदवार ने अपना नया दफ्तर नहीं खोला है।