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संसोधित कॉपी::दरार भरने के बाद रात में फिर भूमि कटाव, मुनादी करवा गांव वालों को किया अलर्ट

सरहिद के गांव शहजादपुर के पास भाखड़ा नहर में पड़ी दरार भरने के बाद रात को फिर से भूमि का कटाव हुआ।

By JagranEdited By: Published: Mon, 14 Oct 2019 11:58 PM (IST)Updated: Tue, 15 Oct 2019 06:07 AM (IST)
संसोधित कॉपी::दरार भरने के बाद रात में फिर भूमि कटाव, मुनादी करवा गांव वालों को किया अलर्ट
संसोधित कॉपी::दरार भरने के बाद रात में फिर भूमि कटाव, मुनादी करवा गांव वालों को किया अलर्ट

धरमिदर सिंह फतेहगढ़ साहिब,

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सरहिद के गांव शहजादपुर के पास भाखड़ा नहर में पड़ी दरार भरने के बाद रात को फिर से भूमि का कटाव हुआ। बाढ़ के खतरे के मद्देनजर मुनादी करवाकर आसपास के गांवों के लोगों को अलर्ट कर दिया गया। वहीं नहर टूटने के डर से आसपास के दर्जनों गांवों के लोग रात भर जागते रहे। यही नहीं, लोगों ने पानी के तेज बहाव के साथ खतरे को भांपते हुए अपने रिश्तेदारों को भी अलर्ट कर दिया।

इस कारण इन गांवों के रिश्तेदार भी रात भर परमात्मा के आगे यही अरदास करते रहे कि नहर न टूटे। वहीं, प्रशासनिक अधिकारी मौके पर मूक दर्शक बने रहे। गांव के कुछ व्यक्तियों ने जान जोखिम में डालकर खतरा टाला। गांव हरलालपुर के सरपंच बूटा सिंह ने प्रशासन की अनदेखी को इसके लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि रविवार सुबह सात बजे नहर में करीब बीस फीट तक भूमि कटाव हुआ। इसके चलते नहर का किनारा टूटने का खतरा था। गांव के लोगों ने मिट्टी से भरे थैले लगाकर खतरा अस्थाई तौर पर टाल दिया। इसके बाद नहरी विभाग ने कोई काम नहीं किया और पल्ला झाड़ते हुए चले गए।

रात को थैले पानी में धंस गए और कुछ थैले बह गए। इसके बाद दोबारा गांवों में मुनादी करानी पड़ी। मुनादी के बाद हरलालपुरा, तलवाड़ा, जंडाली, शहजादपुर, डेरा मीर मीरां और बाग सिकंदर से लोग बचाव कार्यों के लिए नहर के पुल पर पहुंचे। खेतों से मिट्टी के थैले भरकर दोबारा बचाव कार्य शुरू किया गया। देर रात तक गांववासी बचाव कार्य में लगे रहे और खतरा टला।

लोगों ने भाखड़ा मैनेजमेंट के खिलाफ नारेबाजी की

मौके पर तहसीलदार गुरजिदर सिंह और नहरी विभाग के एसडीओ गुरशरण सिंह पहुंचे। लेकिन बचाव कार्यों के लिए इनके साथ कोई टीम नहीं थी। नहरी विभाग ने रात को काम करने में असमर्थता प्रकट की तो गुस्साए गांववासियों ने उनके सामने ही नारेबाजी शुरू कर दी। केंद्र सरकार व भाखड़ा मैनेजमेंट के खिलाफ नारेबाजी की गई। पुलिस ने मुश्किल से लोगों को शांत किया और लोगों के साथ नहरी विभाग के कुछ कर्मी काम के लिए लगाए गए। जीटी रोड जाम करने की चेतावनी बाद काम शुरू

गांववासियों ने सोमवार को मामले का स्थायी हल न करने पर जीटी रोड जाम की धमकी दी। इसका असर यह रहा कि सोमवार सुबह ही नहरी विभाग के उच्चाधिकारी मौके पर पहुंचे। ठेकेदार ने सीमेंट, बजरी व रेत का मिक्सर बनाकर थैलों में भराया और इन थैलों से भूमि कटाव वाली जगह को भरा गया। पटियाला से मुख्य इंजीनियर जगमोहन सिंह मान, एसई अमृत लाल गोयल, एक्सईएन चंद्र मोहन शर्मा ने काम का जायजा लिया। मुख्य इंजीनियर ने दावा किया कि यह स्थाई काम किया गया है। अब कोई दिक्कत नहीं होगी।


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