फास्ट फूड विक्रेताओं को बना दिया सब्जी व फल विक्रेता
कर्फ्यू के दौरान दही-भल्ले गोलगप्पे टिक्की नूडल्स समेत अन्य फास्ट फूड की बिक्री और रेहड़ियां लगाने की इजाजत नहीं है।
संवाद सहयोगी, कोटकपूरा : कर्फ्यू के दौरान दही-भल्ले, गोलगप्पे, टिक्की, नूडल्स समेत अन्य फास्ट फूड की बिक्री और रेहड़ियां लगाने की इजाजत नहीं है। शहर में करीब 200 रेहड़ियां थी, जिन्हें उत्तरप्रदेश, बिहार या अन्य राज्यों से आए हुए लोग लगाते थे। कर्फ्यू के दौरान काम बंद हो जाने से उन्होंने अपने कारोबार को बदल कर सब्जी और फल बेचने शुरू कर दिए हैं। गली-गली घूमकर बेचने लगे हैं। प्रशासन की तरफ से 100 से ऊपर रेहड़ी वालों को सब्जी, फल बेचने के लिए पास जारी किए हैं। कोटकपूरा के राम बहादुर, तरसेम, लीला, अशोक जो पहले हलवाई और दही भल्ले, बर्गर, कुलचे का काम करते थे। अब अपना और अपने परिवार का पेट पालने के लिए इन लोगों ने फास्ट फूड का काम छोड़कर फल सब्जी बेचनी शुरू कर दी हैं। इनका कहना है कि दो तीन घंटे में ही सुबह सब्जी, फल बेचने से दो से तीन सौ रुपये की बचत हो जाती है। इन लोगों का कहना है कि लोग हमारा फोन नंबर लिख रहे हैं। एक दिन पहले ही हमें फल, सब्जी का ऑर्डर लिखा देते हैं। पंजाब में बाहर से आये ये लोग कर्फ्यू में अपने बच्चों का पेट पालने का सहारा ढूंढ लिया है। वहीं, लोगों को ताजे फल और सब्जी घर बैठे मिल रहे हैं। बुद्धिजीवियों का कहना है कि अगर इसी प्रकार रेहड़ियां गली मोहल्लों में घूम कर जरूरत का सामान बेचने लगे, तो बाजारों में भीड़ और ट्रैफिक जाम कम हो सकता है।