आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में पुलिस ने कोर्ट में दर्ज की कैंसिलेशन रिपोर्ट
फरीदकोट पुलिस द्वारा गिद्दड़बाहा कांग्रेस विधायक के बहनोई को मिली राहत
संवाद सहयोगी, फरीदकोट : फरीदकोट पुलिस द्वारा गिद्दड़बाहा कांग्रेस विधायक के बहनोई को आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किए जाने के सात महीने बाद, फरीदकोट पुलिस ने यहां मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) की अदालत में इस मामले में रद करने की रिपोर्ट दायर की है। कोर्ट ने रिपोर्ट मिलने के बाद मृतक करण कटारिया के भाई अंकित कटारिया को तलब किया है।
गौर हो कि 6 फरवरी, 2021 को, एक 35 वर्षीय ठेकेदार करण कटारिया ने यहां नारायण नगर में खुद को गोली मारने से पहले अपने दो बच्चों की कथित तौर पर हत्या कर दी थी, और अपनी पत्नी को घायल कर दिया था। मृतक के भाई अंकित कटारिया की शिकायत पर फरीदकोट पुलिस ने अमरिदर सिंह राजा वडिंग के बहनोई अमित उर्फ दम्पी विनायक के खिलाफ मामला दर्ज किया था। प्राथमिकी दर्ज करते समय पुलिस ने मुख्य रूप से करण कटारिया द्वारा छोड़े गए पांच पन्नों के सुसाइड नोट पर भरोसा किया था। इस मामले में जहां करण कटारिया और उनके दो बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई थी, वहीं लुधियाना के एक निजी अस्पताल में लंबे इलाज के बाद उनकी पत्नी शीनम की जान बच गई। पुलिस को दिए अपने बयान में अंकित कटारिया ने आरोप लगाया कि उनके भाई का गिद्दड़बाहा में कुछ लिफ्टिग ठेके थे तथा विधायक वडिग के प्रभाव के कारण काम में हस्तक्षेप कर रहे थे। हालाकि इस केस के बदं होने से जहां कई लोगों को राहत मिल गई है वहीं लोगों में नाराजगी बढ़ने की आशंका भी जताई जा रही है।