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कांग्रेस में आकर कौंसिल अध्यक्ष बने अकाली पार्षद अमर कुमार बीनू

राज्य में कांग्रेस सरकार गठन होने के बाद से ही अकाली दल के कब्जे वाली नगर कौंसिल को लेकर अकाली दल व कांग्रेस के बीच खींचतान चल रही थी। इसी खींचतान के चलते करीब 15 दिन पहले ही अधिकारों का दुरुपयोग करने के मामले में पंजाब सरकार ने अकाली दल की नगर कौंसिल अध्यक्षा उमा ग्रोवर को पद से बर्खास्त कर दिया है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Feb 2019 10:53 PM (IST)Updated: Wed, 20 Feb 2019 10:53 PM (IST)
कांग्रेस में आकर कौंसिल अध्यक्ष बने अकाली पार्षद अमर कुमार बीनू
कांग्रेस में आकर कौंसिल अध्यक्ष बने अकाली पार्षद अमर कुमार बीनू

जागरण संवाददाता, फरीदकोट : राज्य में कांग्रेस सरकार गठन होने के बाद से ही अकाली दल के कब्जे वाली नगर कौंसिल को लेकर अकाली दल व कांग्रेस के बीच खींचतान चल रही थी। इसी खींचतान के चलते करीब 15 दिन पहले ही अधिकारों का दुरुपयोग करने के मामले में पंजाब सरकार ने अकाली दल की नगर कौंसिल अध्यक्षा उमा ग्रोवर को पद से बर्खास्त कर दिया है। इसके बाद खाली हुए अध्यक्ष पद के लिए बुधवार को हुए सर्वसम्मति से चुनाव के दौरान यहां से कांग्रेस विधायक कुशलदीप ¨सह किक्की की अगुवाई में अमर कुमार बीनू को सर्वसम्मति से नगर कौंसिल का अध्यक्ष चुना गया। हालांकि अमर कुमार बीनू ने पार्षद पद का चुनाव अकाली दल की टिकट पर जीता था लेकिन राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद से ही वह कांग्रेस विधायक किक्की ढिल्लों के साथ जुड़े हुए हैं। उधर, अध्यक्ष पद से बर्खास्त उमा ग्रोवर ने अपने खिलाफ पंजाब सरकार की एकतरफा कार्यवाही और अध्यक्ष पद के चुनाव को पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती देने का एलान किया है। बैठक में 25 पार्षदों में से कांग्रेस से संबंधित 14 पार्षद शामिल हुए और अकाली दल से संबंधित 11 पार्षद नदारद रहे।

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जानकारी के अनुसार नगर कौंसिल के अध्यक्ष पद को लेकर पिछले कई सालों से तनातनी ही चलती रही है। पूर्व अकाली-भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान भी अध्यक्ष पद को लेकर तत्कालीन अकाली विधायक दीप मल्होत्रा व यूथ अकाली नेता परमबंस ¨सह बंटी रोमाना के बीच खींचतान रही और कई बार चुनाव स्थगित होने के बाद साल 2016 में बंटी रोमाना गुट की उमा ग्रोवर को अध्यक्ष चुना गया था। जबकि उनके मुकाबले में विधायक मल्होत्रा गुट ने अमर कुमार बीनू को दावेदार बनाया था। साल 2017 में सत्ता परिवर्तन के बाद कांग्रेस ने अध्यक्ष उमा ग्रोवर को पद से हटाने के लिए जोर लगाना शुरू किया। हालांकि उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी लाया गया, लेकिन वह सफल नहीं हो पाए। कुछ दिन पहले स्टाफ की प्रमोशन के फैसले को लेकर तकनीकि खामियां रखने की शिकायत के बाद ईओ की रिपोर्ट पर पंजाब सरकार ने अध्यक्ष उमा ग्रोवर को पद से बर्खास्त कर दिया था। इस मौके पर विधायक कुशलदीप ¨सह ढिल्लों ने कहा अकाली दल से सम्बंधित नगर कौंसिल अध्यक्ष द्वारा पिछले दो सालों के दौरान ना तो कोई बैठक की गई और ना ही विकास कार्यों के लिए आए फंडों का उपयोग किया। उनके कार्यकाल के दौरान हुए कार्यो की जांच में दोषी पाए जाने के लिए उन्हें पद से हटाया गया है। नवनिर्वाचित अध्यक्ष अमर कुमार बीनू ने विधायक समेत सभी पार्षदों का आभार जताया और शहर के विकास के लिए सहयोग की मांग रखी।

साजिश के तहत की गई मेरी शिकायत : उमा ग्रोवर

अध्यक्ष पद से हटाई गई उमा ग्रोवर ने कहा कि नगर कौंसिल के कुछ कर्मचारियों को प्रमोशन देने के लिए प्रस्ताव लाया गया था, जिसको ईओ द्वारा मंजूरी दी गई थी, लेकिन कांग्रेस विधायक के दबाव के चलते ईओ ने सहमति वाला दस्तावेज हटा कर हमारे खिलाफ मनमर्जी की शिकायत कर दी। उन्होंने कहा कि वह इस मामले में हाईकोर्ट में याचिका दायर करेंगी।


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