दूसरे दिन भी किसानों के आंदोलन का रहा असर
संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब : किसानों के आंदोलन का शनिवार भी मिला जुला असर देखने को मिला। भल
संवाद सहयोगी, श्री मुक्तसर साहिब : किसानों के आंदोलन का शनिवार भी मिला जुला असर देखने को मिला। भले ही किसानों ने शहर से बाहर लोगों को मंडी में सब्जियां लाकर आने से रोका, लेकिन फिर भी चोरी छिपे लोग बड़ी संख्या में मंडी में सब्जी लेकर पहुंचे। किसानों ने मंडी में पहुंचकर भी सब्जी विक्रेताओं को साथ देने के लिए सहयोग मांगा, जबकि रात के समय कुछ युवकों ने एकत्रित होकर मंडी में हुड़दंग मचाया। जिसे रात के समय ही मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी ने भाग दिया।
गौरतलब है कि डॉ. स्वामीनाथन रिपोर्ट व फसलों और सब्जियों के दाम लागत मूल्य से अधिक देने की मांग को लेकर किसान संघर्ष कर रहे हैं। आज दूसरे दिन किसानों ने टिब्बी साहिब रोड पर भाकियू सिद्धूपुर के जिलाध्यक्ष सुखदेव ¨सह समेत अन्य किसानों ने शहर में सब्जी लेकर आने वाले किसानों को रोका और उन्हें वापस जाने को कहा। इसके साथ ही दोधियों को भी रोका कर वापस भेज दिया।
किसानों ने मंडी के दुकानदारों से मांगा सहयोग
किसान बाज ¨सह के नेतृत्व में किसानों ने मंडी में पहुंचकर दुकानदारों को साथ देने की अपील की। जिस पर मंडी के दुकानदारों ने सोमवार से उनका साथ देने का भरोसा दिया। उधर साथ ही उन्होंने बताया कि रात के करीब 11 बजे 40 से 50 युवक आए थे जिनके हाथ में लाठियां थी उन्होंने मंडी में आकर हंगामा किया और दुकानदारों के सेब आदि का नुकसान भी किया। जिस पर उन्होंने थाना सिटी पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर युवकों को भगा दिया। हालांकि मंडी में दूर दराज से सब्जी नहीं आई लेकिन फिर भी स्थानीय शहर व आस पास की सब्जी मंडी में पहुंची। जिस कारण सब्जी कुछ महंगी हुई। उधर कुछ दुकानदार जीप के पीछे ट्राली डालकर उसे उपर से ढककर भी मंडी में लेकर आए।
दोधियों को रोक, गरीबों में बांटा दूध
अबोहर रोड से आने वाले दोधियों से दूध लेकर किसानों ने आने जाने वालों को पिला दिया। जबकि आदर्श नगर में एक दोधी से दूध लेकर आस पास की गरीब बस्ती में एक क्विटंल दूध बांट दिया। मलोट हलके के गांव शेरांवाली में किसानों ने दोधी का कुछ दूध उड़ेल दिया तो कुछ लोगों में बांट दिया। बसों पर दूध लेकर आ रहे लोगों से भी चे¨कग कर दूध ले लिया। लेकिन शहर में डेयरी पर दूध आम की तरह मिलता रहा। सब्जियों की रेहड़ी भी वैसे ही लगी रही। हालांकि घरों में दूध वाले दूध देने नहीं पहुंचे। लोगों को डेयरी पर से दूध लाना पड़ा।
लोगो का काम भी हुआ प्रभावित
इस हड़ताल के कारण कुछ लोगों का काम भी प्रभावित हो रहा है। क्योंकि जो लोग रोजाना मंडी से सब्जी लाकर बेचने के बाद अपने परिवार का गुजारा करता था उनका काम ठप हो कर रह गया है। इसके साथ ही केंटर व थ्री व्हीलर वालों का काम भी ठप हो गया है। क्योंकि सब्जी लेकर आने जाने के लिए उन्हें कोई लेकर ही नहीं जा रहा है।