पूर्व सीएम के गांव के अस्पताल से मिला लारवा
सेहत विभाग की ओर से डेंगू व मलेरिया से बचाव के लिए गतिविधियों की जा रही हैं। विभाग की टीम जिनमें जिला हेल्थ इंस्पेक्टर लाल चंद, भगवान दास, इंस्पेक्टर क्लेक्टर संदीप कुमार और भजनदीप शामिल थे ने जिले भर में जांच की। जांच के दौरान 41 स्थानों पर डेंगू का लारवा पाया गया। इनमें मुक्तसर के 36 घरों, गिद्दड़बाहा के दो, ब्लॉक आलमवाला के एक घर, दोदा ब्लाक के एक घर में लारवा पाया गया। इस दौरान ही पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश ¨सह बादल के गांव बादल के सिविल अस्पताल में भी डेंगू का लारवा पाया गया।
संवाद सूत्र, श्री मुक्तसर साहिब : सेहत विभाग की ओर से डेंगू व मलेरिया से बचाव के लिए गतिविधियों की जा रही हैं। विभाग की टीम जिनमें जिला हेल्थ इंस्पेक्टर लाल चंद, भगवान दास, इंस्पेक्टर क्लेक्टर संदीप कुमार और भजनदीप शामिल थे ने जिले भर में जांच की। जांच के दौरान 41 स्थानों पर डेंगू का लारवा पाया गया। इनमें मुक्तसर के 36 घरों, गिद्दड़बाहा के दो, ब्लॉक आलमवाला के एक घर, दोदा ब्लाक के एक घर में लारवा पाया गया। इस दौरान ही पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश ¨सह बादल के गांव बादल के सिविल अस्पताल में भी डेंगू का लारवा पाया गया। हालांकि लारवे को मौके पर स्प्रे कर नष्ट कर दिया है। लेकिन लोगों में दहशत पैदा हो गई है। टीम ने कूलर आदि खाली करवाए। लारवा मिलने वाले घरों के चालान के लिए संबंधित कमेटियों को लिखा गया। ज्यादा मात्रा में खड़े पानी में दवाओं का छिड़काव किया गया। टीम ने बताया कि डेंगू फैलाने वाला मच्छर एक सप्ताह से अधिक खड़े साफ पानी में पैदा होता है। इसके फैलने से बचाव के लिए घरों, दफ्तरों और आसपास पानी जमा नहीं होने देना चाहिए। हर शुक्रवार को ड्राई डे तौर पर मनाते हुए पानी के स्त्रोतों को एक बार खाली करके सुखाना चाहिएं। इस मौके डॉ. विक्रम असीजा ने बताया कि डेंगू एक वायरल बुखार है। डेंगू बुखार के मरीजों के सभी टेस्ट, इलाज सरकारी अस्पतालों में मुफ्त किए जाता हैं। उन्होंने हर नागरिक को अपने स्मार्ट फोन डेंगू फ्री इंडिया नाम की एप डाउनलोड करने की अपील की।