दूध, दालें, और फल सब्जियों के दामों में आई गिरावट
जब से पंजाब में कोरोना वायरस को लेकर लोगों की सेहत सुरक्षा को देखते हुये कर्फ्यू लगा है। पहले हफ्ते बाजार में किराना दवाइयों और खाने पीने की अन्य वस्तुयें खरीदने की दौड़ में चोरी छिपे खुली दुकानों पर बड़े पैमाने पर भीड़ देखी गई।
दीपक गर्ग, कोटकपूरा : जब से पंजाब में कोरोना वायरस को लेकर लोगों की सेहत सुरक्षा को देखते हुये कर्फ्यू लगा है। पहले हफ्ते बाजार में किराना, दवाइयों और खाने पीने की अन्य वस्तुयें खरीदने की दौड़ में चोरी छिपे खुली दुकानों पर बड़े पैमाने पर भीड़ देखी गई। जैसे ही फरीदकोट के जिला प्रशासन ने जिले में खाने पीने की वस्तुओं दूध, किराना, मेडिसन, फल, सब्जी को निर्धारित समय में दिन में होम डिलीवरी की छूट दी। लेकिन यह बात स्पष्ट है कि किसी भी प्रकार की दुकान को खोलने की इजाजत नहीं मिली। सभी परिवारों ने तकरीबन एक महीना या दस पंद्रह दिनों का इकट्ठा राशन खरीद लिया। तो बाजार में मांग ज्यादा होने से बड़ी तेजी से रेटों में उछाल आया।
प्याज 30 रुपये, आलू 25 रुपये, गोभी 20 रुपये किलो मिलने लग गई। ऑल इंडिया खत्री सभा के प्रधान नरेश कुमार सहगल, समाज सेवी राजन चोपड़ा, युवा आगू चेतन सहगल, भूतपूर्व पार्षद हरबंस कौर, स्वतंत्र जोशी तथा अन्य ने बताया कि दूध के दाम तो अब 35 रुपये किलो तक रह गया। इन लोगों ने यह भी बताया कि शहर में 20 हजार के करीब जो गरीबी रेखा से नीचे लोग रहते हैं उनको प्रशासन की तरफ से राशन मुहैया करवाने से और सामाजिक, धार्मिक संस्थाओं की तरफ से रोजाना पका पकाया खाना हजारों की गिनती में बांटने से इन दामों में गिरावट आई है। दूसरी तरफ नरेश सहगल ने यह भी बताया कि प्रशासन की तरफ से थोड़ी सख्ती करने से और लोगों की सहूलत को देखते हुये दूध, सब्जियां, किराना होम डिलीवरी के हुक्मो को देखकर लोगों के घरों में हफ्ता व महीना का सामान पहुँच चुका है। चाहे उन लोगों ने खुद खरीदा लेकिन कर्फ्यू के दूसरे सप्ताह से अब तीसरे हफ्ते में प्रवेश करके दामों में बहुत कमी आई है। लेकिन अभी भी मेडिसन के दामों में मारामारी चल रही है। अब लोग भी कोरोना वायरस से बचने के लिये घरों से बाहर निकलना बंद हो चुके हैं। जिला प्रशासन की तरफ से दूध और सब्जियों की रेहड़ियां और किराना वालों को बड़ी गिनती में घर घर जाकर सप्लाई करने के लिये पास जारी किये गए, जिसको लेकर भी लोगों तक जरूरी वस्तुएं पहुंचने लगी और अब इसकी डिमांड घटने लगी इसके चलते भी दामों में कमी आई।