डाटा कंपनी में हिस्सेदार बनाने के नाम पर ठगे साढे 17 लाख
राधा स्वामी डेरे में हुई मित्रता के बाद मलोट निवासी दो भाइयों ने मिलकर एक व्यक्ति को डाटा कंपनी का हिस्सेदार बनाने के नाम पर साढे 17 लाख रुपये की चपत लगा डाली।
जागरण संवाददाता, श्री मुक्तसर साहिब : राधा स्वामी डेरे में हुई मित्रता के बाद मलोट निवासी दो भाइयों ने मिलकर एक व्यक्ति को डाटा कंपनी का हिस्सेदार बनाने के नाम पर साढे 17 लाख रुपये की चपत लगा डाली। बाद में उन्होंने पैसे भी नहीं लौटाए। थाना सिटी पुलिस ने दोनों भाइयों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। मलोट निवासी रवि कुमार ने बताया कि वह राधा स्वामी परिवार से संबंध रखता है। वह अकसर ही डेरे में जाता था। वहीं उसकी पहचान मलोट निवासी संदीप कुमार के साथ हुई। एक दिन संदीप कुमार उससे कहने लगा कि उसके पास एक अच्छा प्लान है। उसके पास एक डाटा कंपनी है। इससे अच्छी कमाई हो सकती है, लेकिन पैसे की दिक्कत है। क्योंकि उसके पास पैसे की कमी है। संदीप बांसल ने रवि कुमार को भरोसे में लेते हुए उसे सिक्योरिटी के तौर पर चेक, प्रोनोट दे दिए। कहा कि पहले जो पैसे लगाए जाएंगे उसे पूरा करेंगे, बाद में कमाई को आधा आधा बांटेंगे। संदीप बांसल ने डाटा एंट्री की कंपनी की ब्रांच ली। नगर में खोलने के लिए ढाई लाख, फिर कंप्यूटर व फर्नीचर के लिए एक लाख लिए। उसके कुछ समय के बाद उसने फिर से ढाई लाख लिए। उन्होंने कहा कि जल्द ही वह काम शुरू कर देंगे। अक्टूबर 2014 में रवि कुमार ने लोगों से पैसे लेकर 11 लाख 50 हजार संदीप बांसल को दिए। कुछ समय के बाद काम शुरू हो गया। एक माह के बाद रवि कुमार ने पैसों की मांग की। पहले तो संदीप उसे लारे लगाता रहा। बाद में उसने पैसे देने से इन्कार कर दिया।
आरोपित ने निगल लिया था जहरीला पदार्थ
उसके कुछ दिनों बाद ही संदीप बांसल ने जहरीली दवा निगल ली और वह बठिडा के एक अस्पताल में भर्ती हो गया, वहीं उसके भाई डिपल कुमार ने रवि कुमार के पास आया और कहने लगा कि तेरी ओर से पैसे मांगने के कारण उसके भाई ने जहर निगल लिया है। यदि उसे कुछ हो गया तो वह तेरा नाम लेंगे। इसके बाद उन्होंने मजबूर कर रवि कुमार से राजीनामे पर हस्ताक्षर करवा लिए। कोई पैसा भी नहीं दिया। यहां तक कि उसके पास पड़े खाली चेक व प्रोनोट भी ले लिए। थाना सिटी पुलिस ने मामले की जांच करते हुए संदीप बांसल व डिपल बांसल निवासी मलोट के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है, जबकि आरोपित की गिरफ्तारी बाकी है।