अवैध संबंध छिपाने के लिए की थी छात्र की हत्या
जागरण संवाददाता, कोटकपूरा स्थानीय दुरायेआना रोड पर फूफेरे भाई ने अपने मामा की बेटी क
जागरण संवाददाता, कोटकपूरा
स्थानीय दुरायेआना रोड पर फूफेरे भाई ने अपने मामा की बेटी के साथ अवैध संबंधों को छिपाने और मामा की जायदाद हड़पने की मंशा से घर के इकलौते चिराग को 16 मार्च को नहर में धक्का दे दिया था। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद से ही अर्शदीप ¨सह (14)की तलाश में पुलिस व परिवार के लोगों की तरफ से नहर को खंगाला जा रहा है और आखिरकार वीरवार सुबह करीब 4 बजे उसका शव गांव फिड्डे कलां के पास बरामद हो गया। पुलिस ने अर्शदीप ¨सह को नहर में धक्का देने वाले उसके फू्फेरे भाई गांव सिखांवाला निवासी गुरप्रीत ¨सह और उसकी बड़ी सगी बहन सरबजीत कौर सोनू को गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ पहले से दर्ज अपहरण के केस में हत्या की धारा भी जोड़ दी गई है।
डीएसपी मन¨वदरबीर ¨सह व थाना सिटी प्रभारी एसआई खेमचंद पराशर ने बताया कि उनके पास दुयारेआना रोड निवासी ¨छदा ¨सह ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि 16 मार्च को उसका बेटा अर्शदीप ¨सह घर से लापता हो गया था। उस दिन देर शाम तक घर न लौटने पर परिवार के लोगों ने उसकी तलाश शुरू की और जब उसका कुछ पता नहीं चल पाया तो पुलिस के पास शिकायत दर्ज करवाई गई। ¨छदा ¨सह के अनुसार उनके करीबी रिश्तेदार गुरप्रीत ¨सह के उसकी बेटी सरबजीत कौर के साथ अवैध संबंध थे जिसके बारे में उसके बेटे अर्शदीप ¨सह को पता चल गया था जिसके बारे में अर्शदीप ¨सह ने उसे भी बता दिया था। घटना वाले दिन आरोपी गुरप्रीत ¨सह ,सरबजीत कौर के साथ मिलकर अर्शदीप ¨सह को अपने साथ बाइक पर बिठाकर ले गया और उसे कहीं छिपा दिया। पुलिस ने बयान के आधार पर गुरप्रीत ¨सह व सरबजीत कौर के खिलाफ खिलाफ अपहरण का केस दर्ज करके कार्रवाई शुरू की थी। डीएसपी मन¨वदरबीर ¨सह के अनुसार पुलिस जांच में सामने आया कि गुरप्रीत ¨सह ने सरबजीत से अवैध संबंध छिपाने और अपने मामा की जायदाद हड़पने की मंशा से अर्शदीप ¨सह की हत्या कर दी। घटना वाले दिन वह बहाना बनाकर अर्शदीप को अपने साथ फरीदकोट ले गया और वहां ले जाकर उसे नहर में धक्का दे दिया। पुलिस ने मृतक अर्शदीप ¨सह के शव का फरीदकोट के गुरू गो¨बद ¨सह मेडिकल कॉलेज अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाया और उसे वारिसों के हवाले कर दिया। शाम को उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया गया। इनसेट
7वीं में पढ़ता था परिवार का इकलौता चिराग
अपनी बहन के ही अवैध संबंध की बलि चढ़ा अर्शदीप, अपने माता-पिता का इकलौता बेटा व चार बहनों का लालडा भाई था और दुरायेआना रोड पर सरकारी मिडिल स्कूल में 7वीं कक्षा का विद्यार्थी था। पुलिस के अनुसार घटनाक्रम के रहस्य मोबाइल फोनों की डिटेल से उठा। अर्शदीप के गुम होने के बाद परिवार ने एक अन्य युवक पर शक जताया था और उसकी पूछताछ के आधार पर जब पुलिस ने गुरप्रीत व सरबजीत की काल डिटेल को खंगाला तो उनकी करतूत पकड़ी गई।