सुख शांति की तलाश में भटक रहा मनुष्य : रितु भारती
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की तरफ से गांव खारा में एक दिवसीय सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें साध्वी रीतू भारती ने अपने प्रवचनों के माध्यम से बताया कि वर्तमान समय में दुख दर्द ने मनुष्य को चारों तरफ से घेर लिया है। वह अपने आप को केवल भौतिकवाद ²ष्टिकोण को अपना कर अपनी मनमर्जी की कर्मकांड की जंजीरों में जक
जागरण संवाददाता, कोटकपूरा
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की तरफ से गांव खारा में एक दिवसीय सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें साध्वी रितु भारती ने अपने प्रवचनों के माध्यम से बताया कि वर्तमान समय में दुख दर्द ने मनुष्य को चारों तरफ से घेर लिया है। वह अपने आप को केवल भौतिकवाद दृष्टिकोण को अपना कर अपनी मनमर्जी की कर्मकांड की जंजीरों में जकड़ रखा है। आज मनुष्य वह कर्म करता है जो उसे लाभ नहीं दे सकते। इस निराशावादी जीवन में मनुष्य सुख शांति की तलाश में भटक रहा है। आज मनुष्य इस बात को भूल गया कि हमारे जीवन का उदेश्य केवल ईश्वर की प्राप्ति है। ऐसी स्थिति में आशा की एक ही किरण दिखाई देती है। वह है संतों, महापुरुषों का पावन संग जिसमें मनुष्य अपने जीवन को प्रकाशित करता है। अध्यात्म इंसान को अंदर से बदलने की बात करता है। उन्होंने अलग अलग ग्रंथों से श्लोक बोलकर आई हुई संगत को यह सोचने के लिए मजबूर कर दिया कि ईश्वर केवल मात्र कथा कहानियों का विषय नहीं। ईश्वर जानने का विषय है। जब एक पूर्ण संत हमारे जीवन में आता है तो वह हमें दिव्य दृष्टि प्रदान करता है। इस मौके पर कीर्तन से संगत को निहाल किया गया और अंत में भंडारे का आयोजन किया गया।