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किसान नेताओं पर केस के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी

भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धूपुर की तरफ से रविवार को यहां आयोजित प्रेस कांफ्रेस के दौरान कुछ दिन पहले थाना बाजाखाना पुलिस द्वारा किसान नेताओं पर हाईवे जाम करने के मामले में केस दर्ज करने की निदा करते हुए इस मामले को लेकर आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 21 Apr 2019 10:40 PM (IST)Updated: Mon, 22 Apr 2019 06:24 AM (IST)
किसान नेताओं पर केस के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी

संवाद सहयोगी, जैतो

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भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धूपुर की तरफ से रविवार को यहां आयोजित प्रेस कांफ्रेस के दौरान कुछ दिन पहले थाना बाजाखाना पुलिस द्वारा किसान नेताओं पर हाईवे जाम करने के मामले में केस दर्ज करने की निदा करते हुए इस मामले को लेकर आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है।

इस मौके पर भाकियू के प्रांतीय प्रधान जगजीत सिंह डल्लेवाला, उप प्रधान गुरांदित्ता सिंह नंबरदार और जिला प्रधान बोहड़ सिंह ने कहा कि गांव झक्खड़वाला की एक लड़की ने अपने ससुराल परिवार पर परेशान करने का आरोप लगाते हुए थाना बाजाखाना में 27 मार्च 2019 को शिकायत दी थी जिसपर थाना बाजाखाना पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई और न ही लड़की के ससुराल परिवार को एक बार भी थाने बुलाया। शिकायत के बीस दिनों बाद लड़की के पिता ने इंसाफ के लिए उनकी जत्थेबंदी के साथ संपर्क किया। पुलिस को बार-बार आग्रह पर भी जब कार्यवाही ना हुई तो जत्थेबंदी ने परिवार को साथ लेकर 15 अप्रैल को थाना बाजाखाना के समक्ष धरना दिया। शाम के समय डीएसपी जैतो मौके पर आए लेकिन बिना किसी से मिले वापिस चले गए। इसके विरोध में जत्थेबंदी द्वारा हाईवे पर जाम लगाया गया तो कुछ ही मिनटों में डीएसपी जैतो ने कार्रवाई का भरोसा देकर धरना खत्म करवाया और दोनों पक्षों में समझौता भी करवाया।

बाद में पुलिस ने किसान नेताओं इंद्रजीत सिंह घनियां, नैब सिंह घनियां, गुरांदित्ता सिंह बाजाखाना, गुरनाम सिंह वाडा भाईका, जगसीर सिंह जीदा, रणजीत सिंह जीदा, और केवल सिंह खेमूआना आदि के खिलाफ हाईवे जाम करने के आरोप में केस दर्ज कर दिया। भाकियू पदाधिकारियों ने कहा कि इस मामले को बढ़ाने के पीछे थाना बाजाखाना का वह अधिकारी जिम्मेवार है जिसने शिकायत पर बीस दिनों तक कोई कार्रवाई नहीं की और अपनी ड्यूटी को सही ढंग से नहीं निभाया। उन्होंने पंजाब सरकार और एसएसपी फरीदकोट से मांग की है कि उक्त नेताओं के खिलाफ केस रद किया जाए। यदि केस रद न किया तो जत्थेबंदी द्वारा राज्य स्तर पर अपना संघर्ष शुरू किया जाएगा।

डीएसपी जैतो गुरप्रीत सिंह गिल ने कहा कि नेशनल हाईवे जाम करना कानूनी जुर्म है और पुलिस ने नियम के आधार पर ही केस दर्ज किया है।


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