लंबित मांगों की पूर्ति के लिए आशा वर्करों का डीसी दफ्तर पर प्रदर्शन
सेहत विभाग की रीढ़ की हड्डी माने जानी वाली आशा वर्कर जो सेहत सहूलतों को कोने कोने तक पहुंचा रही है लेकिन सेहत विभाग की बेरुखी से काफी निराश नजर आ रही है। फील्ड में आने वाली दिक्कतों ओर विभाग द्वारा तंग परेशान करने के रोष में आज जिला फरीदकोट की समूह आशा वर्करों द्वारा डिप्टी कमिश्नर के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया गया और सेहत विभाग के खिलाफ नारेबाजी की गई। इस दौरान मौके पर पहुंचे विधयाक कुशलदीप ढिल्लों ने उनसे बातचीत कर उनके मसलों के बारे में बात किए जाने का भरोसा दिया जिसके बाद यह धरना समाप्त किया गया। ोिीग्कदू
संवाद सहयोगी, फरीदकोट
सेहत विभाग की रीढ़ की हड्डी माने जानी वाली आशा वर्कर जो सेहत सहूलियतों को कोने कोने तक पहुंचा रही है लेकिन सेहत विभाग की बेरुखी से काफी निराश हैं। फील्ड में आने वाली दिक्कतों ओर विभाग द्वारा परेशान करने के रोष में आज जिला फरीदकोट की समूह आशा वर्करों द्वारा डिप्टी कमिश्नर के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया गया और सेहत विभाग के खिलाफ नारेबाजी की गई। मौके पर पहुंचे विधायक कुशलदीप ढिल्लों ने उनसे बातचीत कर उनके मसलों के बारे में बात किए जाने का भरोसा दिया जिसके बाद यह धरना समाप्त किया गया।
आशा वर्कर यूनियन की प्रधान सरबजीत कौर ने कहा कि हम सेहत सहूलियतों को घर-घर पहुंचाने में अपनी जान लगा देती है। एक तरफ तो हमें सेहत विभाग की तरफ से रीढ़ की हड्डी माना जाता है लेकिन हकीकत में हमसे काफी बुरा व्यवहार किया जा रहा है। हमारी ट्रेनिग के दौरान हमें परेशान किया जाता है और हमारे बनते मान भत्ते भी समय पर जारी नहीं किए जाते और न ही समय पर वेतन दिया जाता है। इन समस्याओं को लेकर बार बार अधिकारियों को अवगत करवाया जा रहा है लेकिन कोई सुनवाई ना होने के रोष स्वरूप वह धरना देने को मजबूर है।
विधायक कुशलदीप ढिल्लों ने धरने पर बैठी आशा वर्करों की मांगों को सुना और उनके संबंध में सेहत विभाग और प्रशासन से बात करने का भरोसा दिया।