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मुलाजिम और पेंशनर आज फूंकेंगे बजट की कॉपियां

राज्य के वित्तमंत्री द्वारा अपने पहले दो बजट की तरह पेश किए तीसरे बजट में भी 5 लाख मुलाजिमों और 4 लाख पैंशनरों की जाजय मांगों को पूरी तरह नजरअंदाज किया गया। इसके चलते पहले ही संघर्ष के रास्ते चल रहे इस वर्ग ने 20 फरवरी बुधवार को डीसी दफ्तर के समक्ष बजट की कापियां फूंक कर रोष जताया जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Feb 2019 05:21 PM (IST)Updated: Tue, 19 Feb 2019 05:21 PM (IST)
मुलाजिम और पेंशनर आज फूंकेंगे बजट की कॉपियां

जागरण संवाददाता, फरीदकोट

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वित्तमंत्री द्वारा अपने पहले दो बजट की तरह पेश किए तीसरे बजट में भी 5 लाख मुलाजिमों और 4 लाख पेशनरों की जाजय मांगों को पूरी तरह नजरअंदाज किया गया। इसके चलते पहले ही संघर्ष के रास्ते चल रहे इस वर्ग ने 20 फरवरी बुधवार को डीसी दफ्तर के समक्ष बजट की कॉपियां फूंक कर रोष जताया जाएगा।

पंजाब यूटी मुलाजिम और पेंशनर संघर्ष कमेटी जिला फरीदकोट के प्रमुख नेताओं प्रेम चावला, कुलवंत चानी, प्रदीप ¨सह बराड़, नछत्तर ¨सह भाणा, अमरीक ¨सह संधू, ज¨तदर कुमार, किरण प्रकाश मेहता, रा¨जदर ¨सह सरां, सिमरजीत ¨सह बराड़, हरप्रीत ¨सह, और हरपाल ¨सह मचाकी ने वित्त मंत्री की तरफ से पेश बजट प्रस्तावों को मुलाजिम वर्ग के साथ भद्दा मजाक बताया है। नेताओं ने कहा कि ठेका आधारित, आउट सोर्स, दैनिक वेतन भोगी, एडहॉक और वर्कचार्ज आधार और 10 -10 साल से आर्थिक लूट का शिकार मामूली वेतन पर काम कर रहे मुलाजिमों को पक्का करने, माननीय सुप्रीम कोर्ट के फैसले मुताबिक बराबर काम के बदले बराबर वेतन को लागू न करना, महंगाई भत्ते की पिछले दो साल से रूकी चार किश्तों और बकाया जारी करने का ऐलान न करना, 6वें वेतन आयोग की रिपोर्ट जाणबुझ कर लेट करना, वेतन कटौती के खिलाफ पिछले दो सालों से जूझ रहे अध्यापकों को पूरा वेतन और रेगुलर करने बारे कुछ न कहना और 1-1-2004 के बाद भर्ती मुलाजिमों पर पुरानी पैंशन लागू न करना आदि साबित करता है कि पंजाब सरकार और उसके वित्त मंत्री की सोच, नीयत और नीति भूखे से छीन कर संतुष्ट का ही पेट भरने वाली है। सरकार अपने आप पैदा किए आर्थिक संकट का सारा बोझ मुलाजिम और गरीब वर्ग पर डालना चाहती है। सरकार अपने वोट बैंक खातिर बड़े जमीन मकान मालिकों को 8969 करोड़ और उद्योगपतियों को 1500 करोड़ रुपये की बिजली सब्सिडी के सकती है परन्तु सरकारी स्कूलों के बिजली के बिल माफ नहीं कर सकती जहां पर गरीब वर्ग के बच्चे पढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के इस बजट का जवाब 20 फरवरी को सभी जिला मुख्यालयों पर बजट की कापियां जला कर दिया जाएगा। अगले चरण में 24 फरवरी को ब¨ठडा रैली की तैयारी की जाएगी। फरीदकोट जिले का रोष प्रदर्शन 20 फरवरी को सुबह 11 बजे डिप्टी कमिशनर दफ्तर के समक्ष होगी।


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