किसानों व आढ़तियों में दरार डालना चाहती है सरकार
जागरण टीम, फरीदकोट, कोटकपूरा, जैतो : केंद्र सरकार के नरमे की फसल की सीधी खरीद क
जागरण टीम, फरीदकोट, कोटकपूरा,
जैतो : केंद्र सरकार के नरमे की फसल की सीधी खरीद करने और पंजाब सरकार के मनी लैं¨ड्रग एक्ट के विरोध में जिले भर के करीब एक हजार आढ़तियों ने सोमवार से बेमियादी हड़ताल शुरू कर दी है। आढ़तियों द्वारा इस एक्ट के साथ-साथ फसल पर मिलने वाली कमिशन को 20 प्रतिशत कम करने, फसल तोलने के लिए कंप्यूटराइज कंडे उपयोग करने की हिदायतों समेत आढ़ती वर्ग पर 200 रूपये प्रति माह प्रोफेशनल टैक्स लगाने का भी विरोध किया जा रहा है। हड़ताल के पहले दिन ही कोटकपूरा व जैतो में पंजाब सरकार के खिलाफ रोष धरने दिए गए और 28 अगस्त को मुक्तसर में होने वाली प्रदेश स्तरीय रैली में शामिल होने का फैसला किया गया।
फरीदकोट की अनाज मंडी के भी तमाम आढ़तियों ने प्रधान कुलभूषण राये भूषी की अगुवाई में अपनी अपनी दुकाने बंद रखी और पंजाब सरकार के खिलाफ रोष जताया। कुलभूषण राये भूषी ने कहा कि मनी लैं¨ड्रग एक्ट के माध्यम से पंजाब सरकार आढ़त के व्यापार को खत्म करने की साजिशें रच रही है और साथ ही ऐसे करके किसान व आढ़ती के रिश्ते में दरार पैदा की जा रही है।
कोटकपूरा में हड़ताल के दौरान आढ़तिया एसोसिएशन द्वारा मार्केट कमेटी दफ्तर के समक्ष रोष धरना दिया गया। कोटकपूरा एसोसिएशन के प्रधान सोहन ¨सह बरगाड़ी की अगुवाई में आयोजित धरने में प्रांतीय उप प्रधान कृष्ण गोयल काला,जिला प्रधान ऊधम ¨सह औलख,अशोक गोयल,महाशा लखवंत ¨सह बराड़,बैजनाथ बांसल,गुरमीत ¨सह मीता,बिट्टू बांसल ने विचार रखे और सरकार से आढ़ती वर्ग के खिलाफ किए जा रहे फैसले वापिस लेने की मांग रखी। इस मौके पर जसवीर ¨सह ढिल्लों,सुखदेव ¨सह मत्ता,अशोक अरोड़ा,प्रवीण गर्ग,रमन कटारिया,महेश कटारिया,नवदीप ढिल्लों,गोरा गिल,आत्मा ¨सह,मुकंद ¨सह,किशन गुड्डा,राणा ¨सह आदि भी हाजिर हुए।
इसी जैतो में आढ़तिया एसोसिएशन ने सोमवार को मुकम्मल हड़ताल रखी और पंजाब सरकार के नए प्रस्तावों के खिलाफ शहर में रोष मार्च भी निकाला। इस मौके पर आढ़तिया एसोसिएशन के प्रधान लखवीर मत्ता, सचिव केवल गोयल, संयुक्त सचिव पवन ¨जदल, वाइस प्रधान जीतू बांसल, कैशियर मयंक गर्ग, बंटी जैन, सतपाल बांसल, रा¨जदर प्रसाद, पुनीत कुमार, पंकज बांसल, चंद्रशेखर ने कहा कि केंद्र सरकार के नरमे की फसल की सीधी खरीद करने, मनी एक्ट लागू करने और कर्जा की लिमिट तय करने का समूह आढ़ती वर्ग विरोध करता है जिसे किसी भी कीमत पर लागू नहीं होने दिया जाएगा।