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पांच दिन से नहीं उठाया जा रहा कूड़ा फोटो-9

संवाद सहयोगी फरीदकोट फरीदकोट शहर पंजाब का सबसे गंदा शहर होने का खिताब लेने क

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Apr 2021 05:41 PM (IST)Updated: Mon, 19 Apr 2021 05:41 PM (IST)
पांच दिन से नहीं उठाया जा रहा कूड़ा 
फोटो-9
पांच दिन से नहीं उठाया जा रहा कूड़ा फोटो-9

संवाद सहयोगी, फरीदकोट

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फरीदकोट शहर पंजाब का सबसे गंदा शहर होने का खिताब लेने की तरफ बढ़ रहा है। शहर का हर चौक चौराहा कूड़ो के ढेरों से भरा पड़ा है। शहर में पांच दिनों से कूड़ा नहीं उठाया गया। कूड़ा सड़क तक फैल रहा है। प्रशासनिक आधिकारियों की तरफ से कूड़ा फेंकने के लिए नगर कौंसिल के पास जगह न होने की दुहाई दी जा रही है और कूड़ों की इस समस्या के लिए शहर निवासियों को ही जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। लोगों के अनुसार गर्मी का मौसम शुरु होने के साथ ही कोरोना महामारी का प्रकोप बढ़ रहा है, ऐसे में शहर में बढ़े कूड़े के अंबार बीमारियों को दावत दे रहे है।

शिरोमणि अकाली दल के हलका इंचार्ज और यूथ अकाली दल के प्रधान परमबंस सिंह बंटी रोमाना ने कहा कि कूड़ा न उठाने के कारण शहर के लोगों को बड़ी कठिनाई का सामाना करना पड़ रहा है। इससे बीमारियां फैलने का खतरा शहर निवासी पर मंडरा रहा। उन्होंने कहा कि नगर कौंसिल ने सालिड वेस्ट पलांट बनाने के लिए 2015-16 में अकाली दल की सरकार समय जमीन एक्वायर भी की थी, और उस का कब्जा भी ले लिया था, परन्तु अब फिर उसी जगह पर कूड़ा फेंकने के लिए नगर कौंसिल अधिकारियों की तरफ से जगह नाम होने का कहा जा रहा। सरकार के नुमाइंदे और जिला प्रशासन समस्या हल के लिए गंभीर नहीं हैं। उन्होंने जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जिला प्रशासन ने दो दिन के अंदर इस समस्या का हल न किया तो शिरोमणि अकाली दल की तरफ से यह कूड़ा उठा कर डिप्टी कमिश्नर दफ्तर के बाहर ढेर लगा दिया जाएग। इस मौके पर पूर्व नगर कौंसिल प्रधान सतीश ग्रोवर, विकास कृुमार विक्की पाषद, रजिदर दास रिकू समाधां वाले आदि उपस्थित थे। इनसेट

कूड़ा फेंकने की जगह नहीं : ईओ

नगर कौंसिल के कार्य साधक अफसर अमृत लाल ने कहा कि नगर कौंसिल के पास कूड़ा फेंकने के लिए जो जगह थी वह भर चुकी है, और किसी जगह कूड़ा फेंकने के लिए उनके पास जगह नहीं है। उनसे 2016 में कूड़ा डम्प के लिए सरकार की तरफ से 18 एकड़ जमीन का कब्जा लिए जाने के में बारे पूछा गया तो, उन्होंने कहा कि उस वक्त कब्जा दिया ले लिया गया था, परन्तु उस टाइम हमारे पास कूड़ा फेंकने के लिए जगह था। शुक्रवार को वहां कूड़ा फेंकने गए तो गांव वासियों की तरफ से कूड़ा नहीं फेंकने दिया गया। उन्होंने कहा कि आज भी हम कूड़ा फेंकने जाएंगे।


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