जिले में 33 फीसद टारगेट हासिल कर पाया सेहत विभाग
कोरोना वैक्सीन का टारगेट एचीव करने में सेहत विभाग सफल नहीं हो पाया है।
जागरण संवाददाता, फरीदकोट
कोरोना वैक्सीन का टारगेट एचीव करने में सेहद विभाग के वह कर्मी की बड़ी बाधा बन कर खड़े हो गए हैं जिन्होंने कोरोना महामारी के दौरान लोगों को बचाने के लिए आगे बढ़कर काम किया। कोरोना महामारी का प्रकोप कम हुआ है और महामारी से बचाव हेतु वैक्सीन हेल्थ वर्करों को पहल के आधार पर लगनी शुरू हुई है। वैक्सीन को लेकर क्लास फोर और आशा वर्करों द्वारा दूरी बनाने से विभाग अपना टारगेट हासिल करने में सफल नहीं हो रहा है।
फरीदकोट जिले में सेहत विभाग द्वारा मेडिकल कालेज, फरीदकोट सिविल अस्पताल व कोटकपूरा सिविल अस्पताल में वैक्सीन लगाई जा रही है। इन सेंटरों पर रोज 100-100 हेल्थ वर्करों को वैक्सीन लगाई जानी है, परंतु पिछले तीन दिनों में एक भी दिन ऐसा नहीं गुजरा जिस दिन जिले के किसी भी सेंटर ने अपना टारगेट हासिल किया है। वैक्सीन शुरू होने के पहले दिन जिले भर में 57, दूसरे दिन 157 और तीसरे दिन 101 लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जा सकी, यानी इन दिनों में जिले के तीनों सेंटरों पर विभाग द्वारा कुल 900 लोगों को वैक्सीन लगाने का टारगेट निर्धारित किया गया था परंतु इसमें से मात्र 315 लोगों को ही वैक्सीन लगाई जा सकी है।
विभाग के अधिकारियों के अनुसार टारगेट हासिल करने में क्लास फोर्थ का भी पूरा सहयोग नहीं मिल रहा है, साथ में आशा वर्करों द्वारा कोरोना न लगवाए जाने की बात कही जा रही है, ऐसे में विभाग के अधिकारियों को चितित होना स्वाभाविक है, ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिरकार कोरोना से लड़ाई में जो लोग आगे रहे वह अपने बचाव हेतु वैक्सीन लगवाने में पीछे क्यों रह रहे है, इस मुद्दें पर जिला स्तर के अधिकारियों के पास कोई ठोस जबाव नहीं है। इनसेट
प्रयास जारी, सुधार की उम्मीद : सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डाक्टर संजय कपूर ने बताया कि वह कोशिश कर रहे हैं कि सभी लोगों को वैक्सीन लगाई जा सके। इसके लिए वह अधिकारियों व संबंधित लोगों से बातचीत भी कर रहे है। आशा है इसमें और सुधार होगा, और सभी लोगों को वैक्सीन लगाने का काम भी पूरा होगा।