अनाज मंडियों में नियमों का नहीं हो रहा पालन
फरीदकोट जिले में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है।
जासं, फरीदकोट
फरीदकोट जिले में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। शायद ही कोई ऐसा दिन गुजरे, जिस दिन कोरोना महामारी अपनी चपेट में आने से किसी की मौत न हो। औसतन रोज 50 से ज्यादा कोरोना संक्रमित जिले में मिल रहे हैं ऐसे में अनाज मंडियों में खासकर दूसरे राज्यों से काम करने के लिए आए मजदूरों पर कोरोना संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है, जिन्हें खतर से बचाने के लिए सरकारी मशीनरी के साथ ही आढ़तियों व किसानों द्वारा प्रयास किए जाने की जरूरत है।
मंडी में काम करने आए दूसरे राज्यों से मजदूर 20 से 25 के झुंड में रहते हैं। यह साथ ही खाना खाते हैं साथ ही सोते हैं और एक साथ काम भी करते हैं। इनके द्वारा सेहत विभाग द्वारा जारी गई न तो फिजिकल डिस्टेसिग का पालन किया जा रहा है और न ही मास्क लगाया जा रहा है, ऐसे में इनमें से एक भी मजदूर किहीं से कोरोना संक्रमित हुआ तो ग्रुप के सभी सदस्यों के कोरोना संक्रमित होने का खतरा उत्पन्न हो जाएगा। हालांकि अभी मंडियों में पचास फीसद तक ही मजदूर पहुंचे हैं जबकि दो से तीन दिनों में यह संख्या और बढ़ने वाली है। इनसेट
मंडियों में सैनिटाइजर का प्रबंध
जिला प्रशासन के निर्देश पर मंडीकरण बोर्ड व मार्केट कमेटियों द्वारा मंडियों में पीने के पानी व सैनिटाइजर के प्रबंध का दावा किया जा रहा है। इसका जायजा लेने पर वह सही भी पाया गया, परंतु मास्क व फिजिकल डिस्टेंसिग का पालन बिल्कुल भी नहीं हो रहा है। जरूरत है कि जिम्मेदारी अधिकारी, आढ़तियां व किसान मजदूरों को जरूरी उपाय करने के साथ उन्हें मास्क भी उपलब्ध करवाएं ताकि वह बीमारी से बचे रहने के साथ सेहतमंद बनकर मंडी में गेंहू की सफाई, पैकिग, लोड़िग व अनलोडिग का काम सफलता पूर्वक कर सके।