कर्ज लेकर बेटे को भेजा था विदेश, सेटल न होने से परेशान होकर दी जान
गांव वांदर जटाना में कर्ज लेकर विदेश भेजे बेटे के वहां सेटल ना होने से परेशान होकर एक कर्जदार किसान ने खुद को आग लगाकर जान दे दी। किसान सुखदेव ¨सह (55) पुत्र हरभजन ¨सह ने दो दिन पहले 7 फरवरी को खुद को आग लगा ली थी और उसी दिन से उसका स्थानीय गुरू गो¨बद ¨सह मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उपचार हो रहा था जहां शनिवार को उसकी मौत हो गई। इस मामले में थाना सदर कोटकपूरा पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम करवाने के बाद वारिसों के हवाले कर दिया है।
जागरण संवाददाता, फरीदकोट
गांव वांदर जटाना में कर्ज लेकर विदेश भेजे बेटे के वहां सेटल न होने से परेशान होकर एक कर्जदार किसान ने खुद को आग लगाकर जान दे दी। किसान सुखदेव ¨सह (55) पुत्र हरभजन ¨सह ने दो दिन पहले 7 फरवरी को खुद को आग लगा ली थी और उसी दिन से उसका स्थानीय गुरु गो¨बद ¨सह मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उपचार हो रहा था जहां शनिवार को उसकी मौत हो गई। इस मामले में थाना सदर कोटकपूरा पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम करवाने के बाद वारिसों के हवाले कर दिया है।
गांव वांदर जटाना निवासी साधारण किसान सुखदेव ¨सह (55) के पास महज दो एकड़ जमीन थी। तीन बेटियां और एक बेटे के पिता सुखदेव ¨सह ने जैसे तैसे बेटियों की शादी कर दी लेकिन इसके बाद वह कर्ज की दल दल में बुरी तरह फंस गया। अपने सिर बढ़ते कर्ज को बोझ कम करने के लिए सुखदेव ¨सह ने कुछ और कर्ज लेकर अपने बेटे को विदेश में कमाई करने के लिए भेजने का मन बनाया ताकि बेटा विदेश में कमाई करके परिवार का कर्ज दूर कर सके। उसने अपने बेटे को दो साल पहले मलेशिया भेज दिया लेकिन वहां उसकी अभी तक सही ढंग से सेटलमेंट नहीं हो पाई जिसके कारण सुखदेव ¨सह की परेशानियां और बढ़ गई। ऐसे मानसिक तनाव के माहौल के बीच दो दिन पहले 7 फरवरी को उसने अपने आप को आग लगा ली। उसे इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां इलाज दौरान उसकी मौत हो गई। इस मामले में मृतक के भाई गुरदीप ¨सह ने बताया कि सुखदेव ¨सह के सिर पर आढ़ती, सहकारी सभा, बैंकों आदि का करीब 8 लाख रुपये का कर्ज था और मात्र 2 एकड़ जमीन थी। वह अपने बेटे को विदेश में भेज कर भी परेशान रहने लगा था क्योंकि उसका बेटा भी वहां सेट नहीं हो पाया था जिसके चलते उसने खुद को आग लगा कर आत्महत्या कर ली। उन्होंने इस बात का भी रोष जताया कि पंजाब सरकार सरकार की कर्ज माफी स्कीम में भी उसका नाम नही आया था और सरकार की तरफ से मिलने वाली मदद भी ना मिलने की वजह से भी वह परेशान था।
इनसेट
पुलिस ने की धारा 174 की कीर्रवाई
जांच अधिकारी एएसआइ बेअंत ¨सह ने बताया कि पुलिस द्वारा परिवार के बयान पर सीआरपीसी की धारा 174 के तहत कार्यवाही की गई है। मृतक किसान के शव को पोस्टमार्टम के बाद वारिसों के हवाले कर दिया जाएगा।