घने कोहरे से जनजीवन प्रभावित, दो बसों में भिड़त से तीन घायल
जिले भर में घने कोहरे और कम विजिबिलिटी के चलते बुधवार सुबह आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ। कोहरे के कारण लोगों को अपने काम पर पहुंचने में काफी मुश्किलें झेलनी पड़ी। सुबह 10 बजे तक मुख्य मार्गों पर वाहन रेगतें नजर आए। कोहरा इतना ज्यादा घना था कि महज 20 मीटर की दूरी पर स्थित वस्तु भी स्पष्ट दिखाई नही दे रही थी।
जागरण संवाददाता, फरीदकोट : जिले भर में घने कोहरे और कम विजिबिलिटी के चलते बुधवार सुबह आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ। कोहरे के कारण लोगों को अपने काम पर पहुंचने में काफी मुश्किलें झेलनी पड़ी। सुबह 10 बजे तक मुख्य मार्गो पर वाहन रेगतें हुए चल रहे थे। कोहरा इतना ज्यादा घना था कि महज 20 मीटर की दूरी पर स्थित वस्तु भी स्पष्ट दिखाई नहीं दे रही थी। इस वजह से चालकों को सुबह के समय वाहन चलाना मुश्किल हो गया। घने कोहरे के चलते ही फरीदकोट तलवंडी बाइपास पर स्थित संधू पैलेस के पास एक ही दिशा में जा रही पंजाब रोडवेज की बस की एक निजी बस से टक्कर हो गई जिसमें पंजाब रोडवेज की बस के चालक समेत तीन घायल हो गए। घटना के बाद मौके पर पहुंचे राहगीरों ने घायलों में शामिल बस चालक मुक्तसर के गांव ढाब डबवाली निवासी दया ¨सह, दो यात्रियों सरबजीत कौर व मंगल ¨सह भाई रूपा को इलाज के लिए गुरु गो¨बद ¨सह मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दाखिल करवाया गया, जहां पर उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
चालकों ने इंडीगेटर देकर सड़क किनारे खड़े किए वाहन
बुधवार सुबह घने कोहरे में हादसे से बचने के लिए कई वाहन चालकों ने इंडीगेटर जलाकर वाहनों को सड़क किनारे खड़ा कर दिया था। कोहरे के साथ चल रही शीतलहर से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। पिछले एक सप्ताह से जारी शीत लहर के कारण तापमान 23 डिग्री से लुढ़ककर 20 डिग्री रह गया है। घना कोहरा गिरने से ठंडक बढी हुई है और हलकी धूप के कारण लोगों को ठंडक से राहत नहीं मिल पा रही है। सुबह के समय स्कूलों में बच्चे भी ठिठुरते ही पहुंचे। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार उत्तर भारत में हुई बर्फबारी और उत्तरी सर्द हवाओं के प्रवेश से मौसम में ठंडक बढ़ी हुई और अभी इसके आने वाले तीन चार दिन तक बने रहने की संभावना है। बारिश न होने की वजह से सर्दी बढने के साथ ही लोगों को खांसी, जुकाम, रेशे व हलके बुखार की शिकायत बढ़ गई।
गर्म कपड़े पहनकर ही निकलें बाहर
सिविल अस्पताल के एसएमओ डॉ. चंद्रशेखर कक्कड़ ने लोगों को ऐसे मौसम में गर्म कपड़े पहनकर घर से निकलने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि अगर बहुत जरूरी ना हो तो सफर पर ना निकलें। अगर आपको हल्का जुकाम भी है तो डॉक्टर से जरूर मिलें। हल्का जुकाम भी लापरवाही बरतने पर गंभीर रूप से बीमार कर सकता है। सर्दी के ऐसे मौसम में सबसे ज्यादा ख्याल स्कूल जाने वाले बच्चों व बुजुर्गो का रखने की जरूरत है।