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प्याज ने फिर पकड़ी रफ्तार, पांच दिनों से फरीदकोट में 60 से 70 रुपये के मध्य स्थिर है भाव

प्याज एक बार फिर लोगों के आंसू निकाल रही है। सब्जी की दुकानों पर आलू के साथ नीचे रहने वाली प्याज भाव और स्थान दोनों में दुकान पर ऊपर पहुंच गई है। ग्राहक प्याज का भाव पूछ रहे है परंतु जरूरत के अनुरूप प्याज खरीद नहीं पा रहे हैं।

By Edited By: Published: Sun, 25 Oct 2020 05:05 PM (IST)Updated: Mon, 26 Oct 2020 10:36 AM (IST)
प्याज ने फिर पकड़ी रफ्तार, पांच दिनों से फरीदकोट में 60 से 70 रुपये के मध्य स्थिर है भाव
सब्जियों की दुकान पर नीचे रहने वाला प्याज सबसे ऊपर पहुंचा (जागरण)

फरीदकोट, जेएनएन। प्याज एक बार फिर लोगों के आंसू निकाल रही है। सब्जी की दुकानों पर आलू के साथ नीचे रहने वाली प्याज भाव और स्थान दोनों में दुकान पर ऊपर पहुंच गई है। सब्जी की दुकान पर ग्राहक प्याज का भाव पूछ रहे है, परंतु जरूरत के अनुरूप प्याज खरीद नहीं पा रहे हैं। पिछले पांच दिनों से फरीदकोट में प्याज का भाव 60 से 70 रुपये के मध्य स्थिर है। हालांकि इसके पहले प्याज और आलू का भाव 40-40 रुपये प्रति किलो था। इसके पहले के महीनों में आलू 20 रूपये किलो बिक रहा था तो प्याज दस रुपये, परंतु अब कोरेाना महामारी का प्रकोप कम होने के साथ ही प्याज ने एक बार फिर रेट की गति बनाई है।

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थोक व्यवसायी अरविंद छाबड़ा ने बताया कि पीछे से ही भाव में बढ़ोतरी देखी जा रहा है। वह लोग सामान्यत: प्याज महाराष्ट्र से मंगवाते है, परंतु पिछले दस दिनों की अपेक्षा थोक मूल्य में दोगुना की वृद्धि हो गई है। निकट समय में प्याज की कीमतों में कमी आने की संभावना न के बराबर है। सब्जियों के फुटकर विक्रेता प्रमोद व रामोद ने बताया कि उन लोगों को पीछे से ही प्याज महंगे भाव में मिल रहा है। अब तक जो लोग पांच किलो तक प्याज खरीद रहे थे, वह किलो, आधा किलो तक आ गए हैं।

प्याज के साथ ही दूसरी सब्जियों का भाव भी नीचे नहीं आ रहा है, जिससे उन लोगो की आमदनी भी प्रभावित हुई है। सब्जी उत्पादक अमरजीत सिंह ने बताया कि वर्तमान में दिन का तापमान ज्यादा होने के कारण सब्जियों का वह विकास नहीं हो रहा है जो कि होना चाहिए, जिसका असर उत्पादन पर भी पड़ रहा है। इसी के कारण ही लोकल स्तर पर सब्जियों की उत्पादकता नहीं हो पा रही है।

बाजार में जो भी हरी सब्जी उपलब्ध उनमें अधिकाशं सब्जियों या तो स्टोरेज की है, या फिर दूसरे राज्यों से आयात की जा रही है। इनसेट 40 रुपये से कम नहीं कोई सब्जी गृहणी रश्मि शर्मा ने बताया कि कोई भी सब्जी 40 रुपये से कम नहीं है। आलू-प्याज की तो रोजाना जरूरत होती है, और बिना इनके किसी सब्जी का बन पाना मुश्किल है, जब यहीं दोनों महंगी है तो दूसरी सब्जियों का क्या हाल होगा। सब्जियों के भाव में आग लगी है, ऐसे में लोग खाएं तो क्या खाएं।


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