सीईए के विरोध में आज बंद रहेंगी इमरजेंसी सेवाएं
पंजाब सरकार द्वारा एक जुलाई से लागू किए जा रहे क्लीनिकल इस्टेब्लिश् बिल का विरोध किया जाएगा।
संवाद सूत्र, फरीदकोट
पंजाब सरकार द्वारा एक जुलाई से लागू किए जा रहे क्लीनिकल इस्टेब्लिशमेंट एक्ट (सीईए-2020) के विरोध में आइएमए ने मैदान में उतरने का निर्णय लिया है। आइएमए फरीदकोट के अध्यक्ष डॉ एसएस बराड़ ने कहा कि वे कोरोना महामारी के दौरान किसी प्रकार से अपने मरीजों को नुकसान नही पहुंचाना चाहते। सरकार के इस एक्ट के विरोध में मजबूरन आइएमए 23 जून को सभी निजी अस्पताल तथा आपात सेवाएं प्रात: 6 बजे से शाम 8 बजे तक बंद रख कर रोष प्रकट करेगी।
उन्होंने कहा कि मेडिकल प्रोफेशन को लेकर पहले ही कई तरह के एक्ट अस्तित्व में है, तो फिर यह नया कानून लादने की सरकार की मंशा समझ से परे है। इससे इलाज की लागत बढ़ेगी तथा मरीजों तथा डाक्टर पर इसका प्रभाव पड़ेगा। इस एक्ट के लागू होने से इंस्पेक्टरी व बाबू राज को बढ़ावा मिलेगा।
आइएमए इस कानून के विरोध में पहले ही फरीदकोट के विधायक एवं मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह ने राजनीतिक सलाहकार कुशलदीप सिंह ढिल्लो को ज्ञापन सौंप चुकी है। उन्होंने पंजाब सरकार से मांग की कि सीइए-2020 को लागू करने के लिए निर्णय को तुरंत रद किया जाए। मेडिकल सेवाओं को सुचारू करने के लिए सरकार बनते उचित कदम डाक्टरों को विश्वास में लेकर उठाए।