डीसी कार्यालय की घेराबंदी छह से
भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धूपुर ब्लाक सादिक की बैठक हुई।
संवाद सूत्र, सादिक
भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धूपुर ब्लाक सादिक की बैठक राजिदर सिंह की अध्यक्षता में हुई। बैठक में जिला अध्यक्ष बोहर सिंह रुपया वाला उपस्थित थे।
बोहर सिंह ने कहा कि सरकारों की कथनी और करनी का अंतर इस बात से साबित होता है, कि पंजाब सरकार द्वारा भेजे गए प्रतिनिधिमंडल ने किसान नेताओं को आश्वासन दिया था कि 17 जून तक दिल्ली मोर्चे के दौरान मारे गए लोगों के स्वजनों को कम से कम 50 फीसद सहायता प्रदान की जाएगी। प्रत्येक शहीद के परिवार के एक सदस्य को जल्द से जल्द सरकारी नौकरी दी जाएगी। 30 जून तक फरीदकोट जिले के किसी दिल्ली मोर्चा में शहीद हुए किसान के परिवार के सदस्य को कोई सरकारी नौकरी नहीं दी गई है न ही मुआवजा दिया गया है।
बोहर सिंह रूपया वाला ने कहा कि धान के सीजन के दौरान लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए डीसी कार्यालय फरीदकोट की घेराबंदी को अनिश्चित काल के लिए बदल दिया गया है। भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धूपुर मारे गए किसानों के परिवारों को उचित अधिकार नहीं देने और वादों के खिलाफ पंजाब सरकार द्वारा उचित अधिकार दिलाने के लिए अपना संघर्ष तेज कर रही है। डीसी कार्यालय की घेराबंदी छह जुलाई से की जाएगी।
पंजाब सरकार द्वारा पेश किए गए बजट के बारे में राजिन्दर सिंह सादिक ने कहा कि पेश किया गया बजट सिर्फ किसानों को झटका है और इसमें किसानों के लिए कुछ भी नया नहीं है। सरकार की ओर से मुंगी और एमएसपी की घोषणा तो कर दी गई है लेकिन जमीन स्तर पर ऐसा कुछ नहीं है और सीधी बुवाई के लिए सरकार द्वारा किए गए सभी दावे झूठे हैं।
उनके साथ महताब सिंह गुर्जर, करतार सिंह किली, हरनेक सिंह मिद्दू मान, राजन किगरा, गुर्जर सिंह कोनी, गुरप्रीत सिंह सादिक, तरसेम सिंह वीरेवाला, नाथ सिंह चक साहू, कश्मीर सिंह साहू, महिदर सिंह पप्पा सेर सिंह वाला थे।